Police in Mohali seized heroin worth Rs 130 crore from a flat in Zirakpur Mohali.


पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में कनाडा के एनआरआई तस्कर के फ्लैट से मिले हेरोइन मामले में ओलंपिक पदक जीतने वाले मुक्केबाज विजेंद्र सिंह फंसते नजर आ रहे हैं. फ्राइडे को उनके दोस्त हवलदार राम सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि विजेंद्र सिंह ने लास्ट ईयर दिसंबर से ड्रग्स लेनी शुरू कर दी थी. वह अब तक 4-5 बार ड्रग्स ले चुके हैं. उसने बताया कि तस्कर अनूप सिंह काहलों व जगदीश भोला उसे काफी सालों से जानते थे, जबकि विजेंद्र से उनका एक साल से परिचय था. Drugs तस्करी में विजेंद्र शामिल नहीं


राम सिंह ने बताया कि ड्रग तस्करी में विजेंद्र का कोई लेना-देना नहीं है बल्कि वह तस्करों से सिर्फ नशा करने के लिए ड्रग्स लेता था. तस्कर काहलों ही राम सिंह को ड्रग तस्करी के लिए फंडिंग करता था और राम सिंह भारत में रहकर काहलों के काम निपटाता था. आगे की जांच में कई और खिलाडिय़ों के नाम भी सामने आ सकते हैं. राम सिंह का मेडिकल टेस्ट किया जा रहा है.विजेंद्र से हो सकती है पूछताछ

इससे पूर्व लुधियाना रेंज के डीआईजी एमएफ फारुकी ने कहा था कि इस मामले में विजेंद्र सिंह से भी पूछताछ की जा सकती है. डीआईजी के अनुसार, इस गिरोह का सरगना पूर्व डीएसपी जगदीश भोला है. थर्सडे को पुलिस ने जीरकपुर की शिवालिक सोसाइटी में कनाडा के एनआरआई अनूप सिंह काहलों के फ्लैट पर छापा मारकर उसमें से 16 किलो हेरोइन और वहां खड़ी एक कार से 10 किलोग हेरोइन बरामद की थी. एनआरआइ के फ्लैट के सामने से एक इंडीवर कार भी बरामद की गई, जो विजेंद्र सिंह की पत्नी के नाम रजिस्टर्ड है.  विजेंद्र ने जताई हैरानी हेरोइन तस्करी मामले से अपना नाम जोड़े जाने पर बॉक्सर विजेंद्र ने हैराई जताई है. उन्होंने कहा कि इस वक्त वह मुंबई में हैं. उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है. वह पुलिस को पूरा सहयोग देने को तैयार हैं. बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता विजेंद्र सिंह इससे पहले भी एक बार अपने विवाह समारोह के इनविटेशन कार्ड पर अशोक चिन्ह प्रिंट कराकर मुश्किलों से घिर गए थे.

Posted By: Garima Shukla