- कई निजी संस्थानों में लिफ्ट तो लगी लेकिन किसी ने नहीं कराया रजिस्ट्रेशन और न कराई सर्विस

- महिला हॉस्पिटल में बाल-बाल बचे 19 लोग, अब 4 लाख के नुकसान चुकाएगा बदायूं हेल्थ डिपार्टमेंट

बरेली : डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल में सैटरडे को लिफ्ट टूटने और उसमें 20 लोगों के आधा घंटा तक फंसे रहने की घटना की संडे को कई जगह बरेलियंस चर्चा करते नजर आए। शहर की बिल्डिंग्स में लगी लिफ्ट को लेकर सभी के मन में यही संशय था कि पता नहीं शहर में लगी बाकी लिफ्ट का भी रजिस्ट्रेशन कराया गया है या नहीं? उनकी रूटीन मेंटीनेंस होती भी है या नहीं? कभी लिफ्ट जाते समय इस तरह का हादसा हो गया तो क्या होगा? बरेलियंस के मन में उभरते इन सवालों का जबाव तलाशने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के बिजी एरिया की बिल्डिंग और शॉपिंग कॉम्पलैक्स में लगी लिफ्ट का रियलिटी चेक किया तो हकीकत चौंकाने वाली सामने आई। किसी बिल्डिंग ओनर या जिम्मेदार को यही नहीं पता है कि लिफ्ट लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराना होता है और रजिस्ट्रेशन होता कहां है।

रोटरी भवन

अयूब खां-चौपुला चौराहा रोड पर बनी इस बिल्डंग में तीन फ्लोर हैं। बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर एक कोचिंग सेंटर है, जहां डेली बड़ी संख्या में स्टूडेंट आते हैं। सेकेंड फ्लोर पर पार्टी हॉल है, जहां अक्सर पार्टियों का आयोजन होता है। बिल्डिंग में लगी लिफ्ट का डेली लोग यूज करते हैं। लिफ्ट की हालत तो ठीक थी, लेकिन इसकी मेंटिनेंस कब से नहीं हुई इसकी जानकारी किसी के बिल्डिंग में मौजूद लोग नहीं दे सके। मैनेजर से लिफ्ट के रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे सके।

शॉपिंग कॉम्पलैक्स

अयूब खां चौराहा स्थित तीन मंजिला शॉपिंग कॉम्पलैक्स में करीब 40 शॉप्स और शोरूम हैं। डेली बड़ी संख्या में लोग यहां शॉपिंग करने आते हैं। फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड फ्लोर पर जाने के लिए यहां सीढि़यों के अलावा लिफ्ट भी है। ज्यादातर लोग लिफ्ट का ही यूज करते हैं। यहां मौजूद गार्ड ने लिफ्ट के रजिस्ट्रेशन और मेंटिनेंस के बारे में पूछने पर बताया कि रजिस्ट्रेशन के बारे में तो उसे कोई जानकारी नहीं है, लेकिन करीब एक साल पहले लिफ्ट खराब हो गई थी तो इंजीनियर को बुलाकर इसे ठीक कराया था।

5 साल से एक भी लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन नहीं

वर्ष 2013 में रामपुर गार्डन में बने एक अस्पताल के ओनर ने इलेक्ट्रिकल सेफ्टी विभाग के पास लिफ्ट की परमिशन और रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था, इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने मौका मुआयना कर अनुमति दी थी। इसके बाद से विभाग में एक भी लिफ्ट के रजिस्ट्रेशन का डाटा नही है। जबकि हर माह बिल्डिंगों में लिफ्ट लग रही हैं।

क्या है नियम

अगर कोई बिल्डिंग में लिफ्ट लगवाता है तो उसे इलेक्ट्रिकल एंड सेफ्टी विभाग से परमीशन और रजिस्ट्रेशन कराना जरुरी है। बिना परमीशन के लिफ्ट नहीं लगा सकते हैं।

जुर्माना का प्रावधान

अगर किसी बिल्डिंग में लगी लिफ्ट की हालत जर्जर है तो विभाग फौरन इसको बंद करवा सकता है। अगर रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं कराया है तो ओनर से जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान है।

हर साल लगती हैं 15 से 20 लिफ्ट

सूत्रों की मानें तो हर साल 15 से 20 लिफ्ट लगती हैं लेकिन जिम्मेदारों को यह नहीं पता कि लिफ्ट लगाने से पहले इलेक्ट्रिकल एंड सेफ्टी विभाग से परमीशन लेनी होती है। हैरत की बात तो यह है कि विभाग की ओर से शहर में इस अनियमितता पर रोक लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाते हैं।

वर्जन

शहर में कितनी लिफ्ट लगी हैं, इसका डाटा हमारे पास नहंी है। पांच साल पहले एक डॉक्टर ने लिफ्ट के लिए आवेदन किया था। महिला हॉस्पिटल में जो घटना हुई इस तरह की घटना शहर में फिर न हो इसके लिए अब व्यापक रूप से अभियान चलाया जाएगा।

ओमप्रकाश, डिप्टी डायरेक्टर, इलेक्ट्रिकल एंड सेफ्टी विभाग।

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लिफ्ट गिरने से 4 लाख का हुआ नुकसान

महिला हॉस्पिटल की सीएमएस ने एक निजी कंपनी के इंजीनियर से लिफ्ट की जांच कराई। इंजीनियर की रिपोर्ट के अनुसार लिफ्ट को चलाने वाला कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह से डैमेज हो गया है। वहीं दरवाजे भी टूट गए हैं। करीब 4 लाख का नुकसान आंका गया है। इंजीनियर ने लिफ्ट को रिपेयर करने के लिए एस्टीमेट बनाकर सीएमएस को दे दिया है। बता दें कि सैटरडे दोपहर हॉस्पिटल में लगी छह लोगों की क्षमता वाली लिफ्ट में एक साथ 19 लोग घुस गए थे। सेंकेंड फ्लोर से नीचे आने के दौरान ओवरलोडिंग के चलते लिफ्ट टूटकर ग्राउंड फ्लोर पर आ गिरी थी, जिसमें लिफ्टमैन समेत 20 लोग करीब आधा घंटा तक फंसे रहे, जिन्हें लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर निकाला गया।

सीएमओ बदायूं से होगी भरपाई

लिफ्टमैन से धक्कामुक्की कर जबरन लिफ्ट में सवार होने वाले 19 लोग बदायूं हेल्थ डिपार्टमेंट के थे, जिस कारण महिला सीएमएस ने सीएमओ बदायूं को पत्र लिखकर नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।

वर्जन

लिफ्ट के नुकसान की जांच कर इंजीनियर ने रिपोर्ट सौंप दी है। करीब 4 लाख का नुकसान हुआ है, लिफ्ट में बदायूं हेल्थ डिपार्टमेंट के 19 लोग जबरन घुस गए थे, जिस कारण हादसा हुआ। बदायूं सीएमओ को पत्र भेजकर नुकसान की भरपाई की मांग की जाएगी।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस, महिला हॉस्पिटल।

Posted By: Inextlive