चार सेंटर्स की 18 व 19 का एग्जाम कैंसिल

- जिन सेंटर से कदाचार की खबरे आई, वहां के मजिस्ट्रेट व पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई

PATNA: मैट्रिक एग्जाम में कदाचार जोरों पर जारी है। इस पर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार और स्टेट के डीजीपी को आदेश दिया कि सभी सेंटर्स पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जाए और कादाचारमुक्तएग्जाम सुनिश्चित की जाए। चिंता जाहिर करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने भी अपने एफबी वॉल पर लिखा है कि नकल की जो तस्वीर सामने आ रही है वह बिहार की असली तस्वीर नहीं है। इससे बिहार की प्रतिभा धूमिल होती है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अभिभावक और प्रशासन बिहार की तस्वीर को धूमिल होने न दें।

एजुकेशन मिनिस्टर को लगी फटकार

गुरुवार को एजुकेशन मिनिस्टर पीके शाही ने कहा था कि नकल रोकना राज्य सरकार के बस की बात नहीं है। शाही ने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा था कि चौदह लाख से अधिक स्टूडेंट हैं और ग्यारह सौ से अधिक सेंटर हैं। पचास से साठ लाख लोग चोरी करवाने में लगे हैं। ऐसे में राज्य सरकार कुछ नहीं कर सकती है। पीके शाही के इस बयान को लेकर हाईकोर्ट ने शाही को फटकार लगाते हुए कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे आदमी को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए, साथ ही हाईकोर्ट ने स्टेट के डीजीपी से कहा कि जितने भी सेंटर हैं वहां फोर्स की पूरी व्यवस्था की जाय। हाईकोर्ट ने एजुकेशन डिपार्टमेंट को आदेश दिया कि अगले शुक्रवार तक यह बताया जाय कि कितने लोगों को नकल कराते हुए पकड़ा गया और उन पर क्या कार्रवाई की गयी।

एचआरडी मिनिस्टरी भी नाराज

एचआरडी मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन एंड लिट्रेसी ने भी स्टेट के एजुकेशन डिपार्टमेंट को लेटर लिखकर नाराजगी जतायी है। लेटर लिखा गया है कि जिस तरह से बिहार बोर्ड के मैट्रिक एग्जाम में कदाचार की बातें सामने आ रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। एचआरडी मिनिस्टरी ने बिहार सरकार के एजुकेशन डिपार्टमेंट से रिपोर्ट मांगी है।

कहीं कोई दिक्कत नहीं है

एचआरडी मिनिस्टरी और हाईकोर्ट की फटकार के बाद बीएसईबी की नींद टूटी। आनन-फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाया गया। जिसमें एजुकेशन डिपार्टमेंट के चीफ सेक्रेटरी आरके महाजन, बीएसईबी के चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह और बीसईबी के सेक्रेटरी निवास चंद तिवारी मौजूद थे। सभी अधिकारी यही राग अलापते रहे कि मात्र चार से पांच सेंटर पर नकल की शिकायत आ रही है। बाकी सेंटर पर कोई दिक्कत नहंी है। आरके महाजन ने जानकारी दी कि वैशाली जिले के महनार के विद्या निकेतन, महनार के ही सेंट फ्रेंसिस स्कूल, सिमरी बख्तियारपुर हाई स्कूल सहरसा और हाई स्कूल नवादा के क्8 और क्9 मार्च की एग्जाम रद्द कर दिया गया है। महाजन ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी अंजनी कुमार सिंह ने सभी जिले के डीएम और एसपी के साथ समीक्षा बैठक कर यह सुनिश्चित करने को कहा कि आगे की परीक्षा कदाचार मुक्त होगी। महाजन ने कहा कि जिस स्कूल से भी कदाचार की शिकायत आयी है वहां के मजिस्ट्रेट और तैनात पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी।

चेयरमैन के हिसाब से ज्यादा गड़बड़ी नहीं

बीएसईबी के चेयरमैन की मानें, तो मैट्रिक एग्जाम में ज्यादा गड़बड़ी नहीं है। वे कहते हैं कि मात्र दो चार सेंटर पूरे स्टेट में ऐसे हैं जहां से कदाचार की शिकायत है। निन्यानवे परसेंट से अधिक स्कूलों में अब भी कदाचार मुक्तपरीक्षा हो रही है। चेयरमैन दबी जुबान से स्वीकारते हैं कि स्टेट स्कूलों में क्वालिटी पूर्ण एजुकेशन का आभाव है, इसलिए नकल होती है। हालांकि उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार कोशिश कर रही है सभी स्कूलों में पूरे शिक्षक हों और क्वालिटी एजुकेशन मिले।

छपरा से सौ स्टूडेंट्स निष्कासित

शुक्रवार को दो पालियों में सोशल साइंस की परीक्षा ली गयी। कदाचार मुक्त परीक्षा का दावा लगातार करने के बावजूद नकल करते पकड़े गये स्टूडेंट के आंकडे़ चौकाने वाले हैं।

छपरा - क्00

जमुई - ख्0

गोपालगंज - क्9

नवादा - क्भ्

जहानाबाद - क्ब्

रोहतास - क्फ्

नालंदा - क्ख्

गया - क्ख्

सुपौल- 7

मधेपुरा - 7

सिवान - ब्

मुंगेर- ख्

भागलपुर- ख्

दरभंगा - ख्

भोजपुर - ख्

अरवल - क्

अररिया- क्

Posted By: Inextlive