- बेसहारा-अनाथ बच्चों को रखा जाएगा चाइल्ड केयर होम में

- फूडिंग-लॉजिंग से लेकर पढ़ाई का भी रहेगा इंतजाम

- नगर निगम के बंद हॉस्पिटल्स में खुलेगा, एक एकड़ जमीन में वृद्धाश्रम के लिए ढूंढी जा रही

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KANPUR : कानपुर में अनाथ बच्चों के लिए यूपी का पहला हाईटेक 'चाइल्ड केयर होम' खोलने की तैयारी है। एक ऐसा घर जो कहने को सरकारी होगा, लेकिन हर सुख-सुविधाओं से लैस होगा। अनाथ बच्चों को बिल्कुल घर जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। शासन के आदेशों के बाद जिला प्रशासन के अफसरों ने इस हाईटेक चाइल्ड केयर होम को जल्द से जल्द खोलने की तैयारी भी शुरू कर दी है।

तीन हॉस्पिटल बिल्डिंग्स

शहर में चाइल्ड केयर होम खोलने के लिए नगर निगम के तीन हॉस्पिटल्स को चिन्हित किया गया है। पहला, कोपरगंज में चाचा नेहरू हॉस्पिटल। दूसरा, गोविन्द नगर स्थित जागेश्वर हॉस्पिटल। तीसरा, बाबूपुरवा स्थित जेएन भल्ला हॉस्पिटल। फिलहाल, यह तीनों ही हॉस्पिटल्स बंद चल रहे हैं। एडीएम फाइनेंस शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि नगर निगम के अधीन यह बिल्डिंग्स चाइल्ड केयर होम के लिए बेहद मुफीद पाई गई हैं।

कई सुविधाओं से लैस

एडीएम फाइनेंस ने बताया कि अनाथ बच्चों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ता है। कई बार बेसहारा बच्चों को गलत धंधे में उतारने की खबरें भी मीडिया में आ चुकी हैं। चाइल्ड केयर होम में ऐसे बेसहारा बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल की जाएगी। उन्हें हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी। ब्रेकफास्ट से लेकर लंच-डिनर, पहनने के लिए अच्छे कपड़े और बेहतर एजुकेशन भी दिलवाई जाएगी। यही नहीं कम्प्यूटर चलाने से लेकर वोकेशनल ट्रेनिंग का भी इंतजाम यहां होगा। जिससे बड़े होकर यह बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

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वृद्धाश्रम भी बनेगा

बेसहारा बच्चों की तरह कई बुजुर्ग ऐसे भी हैं, जिन्हें उनके घरवाले छोड़ जाते हैं। ऐसे बुजुर्गो को वृद्धाश्रम में सहारा दिया जाएगा। एडीएम फाइनेंस के अनुसार वृद्धाश्रम एक एकड़ जमीन में बनवाया जाना है। इसके लिए नजूल का लैंडबैंक तलाश जा रहा है। एसीएम-क् योगेन्द्र कुमार ने बताया कि जरूरत पड़ने पर मुफीद सरकारी जमीन पर कब्जा तोड़ दिया जाएगा।

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क्भ् हजार किराये पर

एक ओर जहां गवर्नमेंट बेसहारा बच्चों के आश्रय के लिए अच्छा-खासा बजट खर्च कर रही है। वहीं इनके रहने के लिए मात्र क्भ् हजार रुपए किराये की ही व्यवस्था की है। शासनादेश के अनुसार जिला प्रशासन को क्भ् रुपए किराये पर चाइल्ड केयर होम की जगह तलाशनी थी। एडीएम फाइनेंस ने बताया कि इतने कम बजट में चाइल्ड केयर होम की जगह मिल पाना बेहद मुश्किल है। इसीलिए नगर निगम की बिल्डिंग्स को लेने पर सहमति बनी।

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कल्याणकारी योजनाओं के लिए तमाम गवर्नमेंट से चाइल्ड केयर होम और वृद्धाश्रम खोलने के आदेश मिले हैं। चाइल्ड केयर होम के लिए नगर निगम के बंद पड़े हॉस्पिटल का चुनाव किया गया है। वहीं ओल्ड एज होम के लिए जमीन चिन्हित की जा रही है।

- शत्रुघ्न सिंह, एडीएम फाइनेंस

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Posted By: Inextlive