- हरिद्वार रोड स्थित परिवहन निगम के वर्कशॉप परिसर में बनेगी इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डिंग

- कलेक्ट्रेट परिसर के सभी 25 विभागों के ऑफिस होंगे शिफ्ट, पार्किंग समेत आधुनिक तकनीक के सभी संसाधनों को किया जाएगा शामिल

183 करोड़ होंगे ग्रीन बिल्डिंग पर खर्च

- 20 करोड़ दिए जाएंगे रोडवेज वर्कशॉप शिफ्टिंग के लिए

- 6 फ्लोर की होगी बिल्डिंग, एक ग्राउंड फ्लोर, बेसमेंट भी

- 19672 स्क्वायर मीटर लैंड एरिया

- 46939 स्क्वायर मीटर बिल्डअप एरिया

- 25 डिपार्टमेंट किए जाएंगे ग्रीन बिल्डिंग में शिफ्ट

-700 वाहनों के पार्किग की होगी फैसिलिटी

- 24 माह में निर्माण करने की डेडलाइन

ये है स्पेशियलिटी

- अर्थक्वेक प्रूफ बिल्डिंग

- बिल्डिंग के बाहर इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले

- ओपन स्पेस

- नेचुरल वेंटिलेशन

- नेचुरल लाइटिंग

- फुल सीसीटीवी सर्विलांस

- सोलर इनर्जी कंजप्शन

देहरादून,

दून में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हाईटेक इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डिंग को धरातल पर उतारने की प्रॉसेस शुरू हो गई है। हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप कैंपस में यह बिल्डिंग बनेगी जो कई मायनों में खास होगी और कलेक्ट्रेट के सभी 25 डिपार्टमेंट यहां शिफ्ट किए जाएंगे। यह बिल्डिंग हर मॉडर्न फैसिलिटी से लैस होगी बल्कि ईको-फ्रैंडली भी होगी। फ्राइडे को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ग्रीन बिल्डिंग की प्लानिंग का रिव्यू किया और दिसंबर में इसका कंस्ट्रक्शन शुरू कराने की बात कही। कलेक्ट्रेट की शिफ्टिंग के बाद इसे डिस्ट्रिक्ट सेक्रेट्रिएट नाम से जाना जाएगा।

ग्रीन बिल्िडग पर होंगे 183 करोड़ खर्च

हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप कैंपस का कायाकल्प कर यहां इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डिंग बनाने की प्लानिंग है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत यहां 183 करोड़ की लागत से ग्रीन बिल्डिंग बनाई जाएगी। इसमें 25 सरकारी विभागों के ऑफिसेज तो होंगे ही। 700 व्हीकल की पार्किंग, हाईटेक बॉयोमेट्रिक सिस्टम, सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम, सोलर पावर प्रोडक्शन जैसी सुविधाएं भी होंगी। बिल्डिंग 6 मंजिला होगी जिसमें एक ग्राउंड फ्लोर व बेसमेंट भी होगा। बिल्डिंग को अर्थक्वेकप्रूफ टेक्नोलॉजी से तैयार किया जाएगा।

वर्कशॉप शिफ्टिंग को दिए जाएंगे 20 करोड़

देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (डीएससीएल) के सीईओ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डिंग का प्रोजेक्ट स्टेट गवर्नमेंट द्वारा पहले ही एक्सेप्ट कर लिया गया था। फ्राइडे को रोडवेज के साथ लैंडयूज को लेकर इश्यू भी क्लियर हो गया है। बताया कि रोडवेज की वर्कशॉप शिफ्ट की जाएगी, जिसके लिए रोडवेज को 20 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।

एक नजर में ग्रीन बिल्डिंग

ग्रीन बिल्डिंग का सीधा सा मतलब ईको फ्रैंडली बिल्डिंग से है जिसमें नेचुरल रिसोर्सेज का साइंटिफिक यूज किया जाता है। बिल्िडग कंस्ट्रक्शन नॉन-टॉक्सिक और टिकाऊ मैटेरियल से किया जाता है, जिसमें नेचुरल लाइट और वेंटिलेशन की फैसिलिटी हो। पावर कंजप्शन कम से कम हो और सोलर इनर्जी का ज्यादा से ज्यादा यूज हो। इसके अलावा ग्रीनरी चारों ओर हो।

डिस्ट्रिक सेक्रेट्रिएट दिया गया है नाम

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फ्राइडे को सेक्रेट्रिएट में स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप को शिफ्ट कर ग्रीन बिल्डिंग बनाने संबंधी प्रोजेक्ट पर मीटिंग ली। बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य के साथ अन्य अधिकारियों ने भी शिरकत की। इस मौके पर सीएम त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लोगों को सरकारी सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकें इसके लिए इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डंग बनाई जाएगी। यह एक तरह का डिस्ट्रिक सेक्रेट्रिएट होगा। इस दौरान सीएम ने रोडवेज की इस जमीन की प्रतिपूर्ति के लिए सीएस उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करने के निर्देश दिए। समिति प्रपोजल तैयार कर सीएम को सौंपेगी। इस अवसर पर शहरी विकास सचिव शैलेष बगोली, एमडीडीए वीसी आशीष श्रीवास्तव व संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डंग बनाने का प्रपोजल स्टेट गवर्नमेंट द्वारा पहले ही एक्सेप्ट कर लिया गया था। फ्राइडे को बिल्डिंग के लिए लैंड इश्यू क्लियर कर दिया गया है। रोडवेज वर्कशॉप को शिफ्ट कर दिसंबर में ग्रीन बिल्डिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा। वर्कशॉप शिफ्टिंग को लेकर रोडवेज को 20 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।

आशीष श्रीवास्तव, सीईओ, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

Posted By: Inextlive