RANCHI: हॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) का थर्ड सीजन गुरुवार से ओडि़शा में शुरू हो रहा है। इसमें फ‌र्स्ट मैच में रांची रेज और कलिंगा लांसर की भिड़ंत होगी। वहीं, 26 जनवरी को अपने यहां एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में होने वाले हॉकी मैच के साथ रांचीआइट्स पर हॉकी का रंग चढ़ेगा।

आज से मिलेंगे एचआइएल के टिकट

हॉकी इंडिया लीग के रांची में होने वाले मैचों के टिकट की ब्रिकी गुरुवार से शुरू हो जाएगी। सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक एस्टोटर्फ हॉकी स्टेडियम स्थित काउंटरों से टिकट की बिक्री शुरू हो जाएगी। इस बार टिकट के दाम काफी कम रखे गए हैं। काउंटर से 50,100,120 और 200 रुपए के टिकट मिलेंगे। इस सीजन में रांची में टोटल पांच हॉकी लीग के मैच खेले जाएंगे।

सौरभ तिवारी के शतक से झारखंड ने बनाए 295 रन

रांची के जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार से झारखंड और हैदराबाद के बीच रणजी मैच की शुरुआज हुई। टॉस जीत कर झारखंड की टीम ने पहले बैटिंग शुरू की। इसमें सौरभ तिवारी ने शानदार शतक लगाया और पहले दिन झारखंड की टीम ने 4 विकेट पर 295 रन बना लिए। इसमें सौरभ तिवारी 100 रनों की शानदार पारी खेल कर आउट हो गए। इनके अलावा ईशान किशन ने 66 और प्रकाश मुंडा ने 31 रन बटोरे। इधर, झारखंड की ओर से इशांक जग्गी 58 रन और रितु राज सिंह 5 रन बना कर नाबाद हैं। पूरे दिन 90 ओवर का खेल हुआ।

स्टूडेंट्स ने चंदा कर लगवाया डिपार्टमेंट का साइन बोर्ड

रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन का काम अब पीजी डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स करने लगे हैं। जो काम स्टूडेंट्स ने किया है, वह यूनिवर्सिटी प्रशासन के लिए एक सबक है। जी हां, पीजी फिलॉसफी डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने अपने डिपार्टमेंट की पहचान को लेकर चंदा कलेक्ट कर साइन बोर्ड लगवाया है। अब खासकर गेस्ट फेकल्टी को डिपार्टमेंट की तलाश में पूरी यूनिवर्सिटी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। साथ ही साथ, इससे यूनिवर्सिटी के फेकल्टी और स्टूडेंट्स को भी राहत मिलेगी।

रांची यूनिवर्सिटी फिलासफी डिपार्टमेंट के स्टूडेंट ने यूनिवर्सिटी प्रशासन की बड़ी जिम्मेवारी निभाई है। डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने अपने बीच चंदा कलेक्ट कर एक साइनबोर्ड बनवाया और अपने डिपार्टमेंट की खिड़की पर टांग दिया है। इससे दूर से भी पता चल जा रहा है कि फिलॉसफी डिपार्टमेंट यहीं है।

आधा घंटा डिपार्टमेंट खोजते रह गए थे गेस्ट फेकल्टी

फिलॉसफी डिपार्टमेंट में गेस्ट फैकल्टी का क्लास होना था। लेकिन, उन्हें डिपार्टमेंट खोजने में ही आधा घंटा लग गया। अब फैकल्टी क्लास में पहुंचे और स्टूडेंट से कहा कि मुझे फिलासफी डिपार्टमेंट नहीं मिल रहा था। मैंने बाहर खड़े कई स्टूडेंट्स से भी पूछा। लेकिन, किसी से डिपार्टमेंट की जानकारी नहीं मिली। ये बातें सुनकर स्टूडेंट ने डिसीजन लिया और खुद तथा टीचर्स से चंदा कलेक्ट कर एक साइनबोर्ड बनवाया दिया। इसे बुधवार को लगा भी दिया गया। इस काम में सोनी कुमारी,तिलक महतो,संजय दास,अजीत उपाध्याय,सुरेश शर्मा सहित कई स्टूडेंट्स का सराहनीय योगदान रहा।

Posted By: Inextlive