इस वैलेंटाइंस डे पर हिंदू महासभा ने कुछ अलग हटकर करने की सोची है. कुछ ऐसा जो आज से पहले कभी नहीं हुआ. हिंसा फैलाने से कोसों दूर होकर इस बार वैंलेंटाइंस डे पर हिंदू महासभा ने प्रेमी युगलों का प्रेम विवाह कराने की प्‍लानिंग की है. यह बिल्‍कुल सच है कि इस बार हिंदुत्‍व ब्रिगेड भी 14 फरवरी को सेलीब्रेट करेगा. हां इस सच के साथ एक और सच भी जुड़ा हुआ है और वो ये कि इस सेलीब्रेशन की भी कुछ शर्तें होंगी.

गैर हिंदू पार्टनर को करनी होगी घर वापसी
दरअसल, पूरे मामले पर गौर करें तो हिंदू महासभा ने इस साल के वैलंटाइंस डे को लेकर एक तरह से नया पासा फेंका है. इसको लेकर महासभा का कहना है कि इस 14 फरवरी, यानी वैलेंटाइंस डे पर अलग-अलग धर्मों के लोगों के आपस में विवाह का वह खुलकर स्वागत करेगी, लेकिन इसकी एक शर्त भी है और वो यह है कि इसके लिये गैर-हिंदू पार्टनर की 'घर वापसी' करनी होगी यानी उसको हिंदू बनना पड़ेगा.
एक दिन पहले कपल्स को देनी होगी परीक्षा
इस पूरे मामले को अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रकाश कौशिक कहते हैं कि 14 फरवरी को प्रेम विवाह दिवस के रूप में मनाया जायेगा. यह भी एक तरह से घर वापसी का ही हिस्सा होगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मुस्लिम या ईसाई पार्टनर की घर वापसी शादी से ठीक एक दिन पहले ही करा दी जायेगी. इसको लेकर उन्होंने बताया कि वह कपल्स से एक दिन पहले ही इसकी सूचना देने को कह रहे हैं. ताकि घर वापसी, यानी फिर से धर्मांतरण के लिये पूरी तरह से व्यवस्था कर सकें.
कैसी होगी प्रेम परीक्षा
इसके आगे कौशिक ने बताया कि इस बार का वैलेंटाइंस-डे उन लोगों के लिए 'प्रेम परीक्षा' होगी, जो असल मायने में अलग-अलग धर्मों का पालन करते हैं. ऐसे में उन्होंने बताया कि लव जिहाद के कई मामले हैं, लेकिन अगर कोई लड़का वाकई लड़की से प्रेम करता है, तो उसे वह धर्म अपना लेना चाहिये जो उसके पूर्वजों का था. उन्होंने यह भी कहा कि यहां लव जिहाद का मतलब मुसलमान पुरुषों की तरफ से हिंदू लड़कियों को धर्मांतरण के लिये अपनी तरफ आकर्षित कर लेने से है.
तैयार की गईं हैं छह टीमें
अब बात करें इस समारोह की तैयारियों की तो बता दें कि महासभा ने इस तरह के वैलेंटाइंस डे को लेकर तैयारियों के लिये छह टीमें तैयार की हैं. इन छह टीमों को राष्ट्रीय राजधानी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ऐसे जोड़ों की पहचान करने की जिम्मेदारी दी गई है, जो इस मौके का फायदा उठा सकें. इसको लेकर कौशिक कहते हैं कि बेहद शांतिपूर्ण तरीके से धर्मांतरण के लिये तीन पुजारियों को तैनात किया जायेगा. इसके साथ ही अगर जरूरत पड़ी तो और पुजारियों को भी बुलाने का पूरा इंतजाम होगा.

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Posted By: Ruchi D Sharma