भगवान शिव के साथ रंग खेलकर होगी रंगोत्सव की शुरुआत

शिव मंदिरों में रंगभरी एकादशी को लेकर विशेष तैयारियां

ALLAHABAD: मौसम में फागुनी बयार का असर दिखने लगा है। हर तरफ होली पर्व की तैयारियां चल रही हैं। सोमवार को रंग भरी एकादशी के साथ रंगोत्सव की शुरुआत भी हो जाएगी। रंगभरी एकादशी के लिए भक्तों द्वारा भगवान शिव के साथ रंग खेलने की परम्परा है। इसे देखते हुए मंदिरों में विशेष तैयारियां की जाती हैं।

मनकामेश्वर मंदिर में विशेष तैयारी

मनकामेश्वर मंदिर में रंगभरी एकादशी को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंदिर के प्रभारी श्रीधरानंद ब्रम्हाचारी ने बताया कि रंगभरी एकादशी को लेकर मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं। सोमवार को रंग भरी एकादशी के अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर में सुबह 11 बजे से होगी। भगवान शिव के साथ भक्त प्राकृतिक रंग और अबीर के साथ होली खेलेंगे।

प्रदोष काल में करें होलिका दहन

होलिका दहन के लिए प्रदोष काल को सर्वोत्तम माना गया है। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योर्तिविद पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली बताते हैं कि एक मार्च को होलिका दहन है। एक मार्च को प्रदोषकाल में शाम 6 बजकर 58 मिनट तक भद्रा समाप्त हो जाएगी। इसके बाद होलिका दहन का मुर्हूत शुरू हो जाएगा। इस दिन डुण्डा राक्षसी एवं होलिका का पूजन ऊं होलिकायै नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए किया जाएगा।

क्या कहती है पुरानी परम्परा

वे बताते हैं कि पौराणिक कथाओं के अनुसार शिवरात्रि के बाद रंग भरी एकादशी के दिन भगवान शिव अपनी अर्धागिनी आदि शक्ति मां पार्वती को विदा कराकर लाते हैं। इसी खुशी में भक्त भगवान शिव के साथ रंग खेलते है। इसके बाद से ही भगवान शिव के साथ रंगभरी एकादशी के अवसर पर भक्तों द्वारा देवेश्वर शिव के साथ रंग खेलने की परम्परा है।

रंगभरी एकादशी के दिन पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव के साथ रंग खेलने की परम्परा है। इसके बाद से ही रंगोत्सव पर्व की शुरुआत होती है।

पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली

ज्योतिषाचार्य

मनकामेश्वर मंदिर में रंगभरी एकादशी की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार विशेष रूप से प्राकृतिक रंग तैयार कराए गए हैं।

श्रीधरानंद ब्रम्हचारी

प्रभारी, मनकामेश्वर मंदिर

Posted By: Inextlive