-स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान भुवन भास्कर को दिया अ‌र्घ्य

-श्रद्धालुओं ने सुनी नदी के तट पर सत्यनारायण कथा

रांची : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर केतारी बागान स्थित स्वर्णरेखा नदी में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मंगलवार की सुबह चार बजे से ही नदी तट पर श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया था। जैसे-जैसे दिन होता गया नदी में स्नान करने वालों की भीड़ बढ़ती गई। श्रद्धालुओं ने स्वर्णरेखा के जल को पवित्र गंगा जल मान उसमें स्नान किया। स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान भुवन भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। इसके बाद सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी। कथा सुनाने के लिए नदी के किनारे कई पुजारी पहले से मौजूद थे। कथा सुनने के बाद श्रद्धालुओं ने इक्किशो महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की।

-------

स्नान के बाद दान पुण्य का है महत्व

पूर्णिमा में स्नान के बाद सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने के साथ-साथ दान पुण्य करने की भी महत्व है। मान्यता है कि परिवार की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए पूर्णिमा के दिन दान पुण्य किया जाता है। नदी में स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने साथ दान करने के लिए पुराने वस्त्र, अनाज लेकर आते हैं। नदी में स्नान करने, कथा सुनने और मंदिर में पूजा करने के बाद श्रद्धालु नदी के किनारे बैठे गरीबों में वस्त्र, अनाज एवं पैसे दान करते हैं।

--

समिति हर वर्ष कराती है दरिद्र नारायण भोज

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर दरिद्र नारायण भोज समिति के द्वारा हर वर्ष दरिद्रों को भोजन कराया जाता है। समिति के सदस्यों ने बताया कि पूर्णिमा से एक दिन पूर्व समिति के लोग क्षेत्र के गरीब व दरिद्र लोगों को पूर्णिमा के दिन भोजन करने का निमंत्रण देते हैं। वहीं, पूर्णिमा के दिन भोजन तैयार हो जाने पर उन्हें आदर सहित भोजन करने के लिए आमंत्रित करते हैं। उनके भोजन करने के बाद ही अन्य लोग भोजन करते हैं। दरिद्र नारायण भोज में चुटिया के बुजुर्ग एवं समाजसेवी जुडे़ हैं।

-----

नदी और मंदिर के आसपास लगा था मेला

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर नदी और मंदिर के आसपास मेला लगा था। मेला में चाट, फुचका के ठेले, गन्ना, बच्चों के खिलौने, पूजन सामग्री की दर्जनों दुकानें लगी थीं। पूजन सामग्री की दुकानों में महिलाओं की भीड़ रही। वहीं, चाट-फुचका एवं गन्ने की दुकानों में युवक-युवतियां जुटे थे।

--

सुविधा के लिए समितियों ने लगाया शिविर

मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वर्णकार संघ, स्वर्णरेखा उत्थान समिति, दरिद्र नारायण भोज समिति, शिव मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों ने शिविर लगाया था। श्रद्धालुओं की सेवा में समिति के छत्रधारी महतो, गौतम देव, नन्द किशोर, प्रिंस राज सहित अन्य लोग लगे थे।

Posted By: Inextlive