सांस्कृतिक संकुल स्थित हज हाउस में जायरीनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू

एक सितंबर को पहला जत्था मदीने की ओर भरेगा उड़ान

VARANASI: बरसों की तमन्ना पूरी होने को है। दुआएं कुबूल हुई। अल्लाह ने करम किया और हमें हज पर जाने का मौका अता फरमाया है। सांस्कृतिक संकुल में हज पर जाने को तैयार हर जायरीन कुछ ऐसे जज्बातों से लबरेज है। एक सितंबर को जायरीनों को लेकर मुकद्दस हज की पहली उड़ान मदीने के लिए रवाना होगी। सांस्कृतिक संकुल स्थित हज हाउस में जायरीनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।

क्म् डिस्ट्रिक्ट्स के हैं जायरीन

सांस्कृतिक संकुल स्थित बनाये गये अस्थाई हज हाउस में क्म् डिस्ट्रिक्ट्स के हज यात्रियों का इमिग्रेशन कैंप बनाया गया है। इनमें बनारस के अलावा गाजीपुर, जौनपुर, देवरिया, आजमगढ़, मीरजापुर, सोनभद्र, कौशाम्बी, बलिया, गोरखपुर आदि डिस्ट्रिक्ट शामिल हैं। एक सितंबर से मदीने के लिए उड़ानों का सिलसिला शुरू होगा। एक हवाई जहाज में तीन सौ लोग एक साथ उड़ सकेंगे। इस साल ब्,भ्00 लोग हज की यात्रा करेंगे। पूर्वाचल हज सेवा समिति के सेक्रेटरी डॉ। अमीन के अनुसार बनारस के बाहर के जायरीनों को ख्ब् घंटे पहले हज हाउस में रिपोर्टिग करने को कहा गया है। वहीं लोकल जायरीन छह घंटे पहले आकर रिपोर्टिग की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

मुक्कमल है इंतजामात

हज यात्रियों के लिए सांस्कृतिक संकुल में मुकम्मल इंतजामात किये गये हैं। यहां हज यात्रियों के लिए रहने व खाने की पूरी व्यवस्था है। डॉ। अमीन ने बताया कि हज हाउस में तीन सौ से अधिक जायरीनों के रहने व खाने का इंतजाम किया गया है। जायरीनों की संख्या अधिक होने पर इतनी ही संख्या में अतिरिक्त रहने व खाने का इंतजाम है। तीन बड़े हॉल में गद्दे आदि लगाये हैं। जहां पंखे लाइट व कूलर की व्यवस्था है। जायरीनों के लिए वजू खाना तैयार किया गया है। बिजली के हाल को देखते हुए म्भ् केवीए का जेनरेटर भी मंगाया गया है। पहले दिन संकुल से छह बसें उड़ान के छह घंटे पहले हज यात्रियों को लेकर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगी। पहली उड़ान का समय एक सितंबर को रात क्क्.00 बजे निर्धारित है। कैंप में जायरीनों के लिए वैक्सीन आदि की व्यवस्था भी की गयी है।

स्टॉल्स पर जरूरत के सामान

हज हाउस में क्म् स्टॉल्स भी लगाये गये हैं। इन स्टॉल्स पर जायरीनों के लिए शीशा, ताला, कैंची, बेल्ट, लेदर बैग, हाथ के पंखे और दूसरे दर्जनों तरह के जरूरत के सामान उपलब्ध हैं। इसके अलावा इबादती सामान जैसे नॉर्मल तसबीह, सात दाने की तसबीह व जायनमाज, एहराम आदि अवेलेबल हैं।

जायरीनों से कुछ खास बातें

-सब्र का दामन पकड़े रखें

-हल्का खाना खायें

-हज कमेटी द्वारा उपलब्ध कराये गये पुस्तिका के निर्देशों को पूरी तरह अमल मे लायें

-जायरीन हज हाउस में अपने साथ अधिक भीड़ न लायें

-हज यात्रियों को घर पर विदायी दें

-अधिक सामान से परहेज बरतें

जैसा कि पूर्वाचल हज सेवा समिति के सेक्रेटरी डॉ। अमीन ने बताया

Posted By: Inextlive