Spice up your home decor
पुराने ट्रंक को बेचकर स्पेस बचाने की सोच रहे हैं तो एक बार उन्हें डेकोरेशन की नजर से भी देख लीजिए. आपके घर का डेकोरेशन इंडियन स्टाइल का हो या मॉडर्न स्टाइल का, अपने ट्रंक के शेप और सा
जनरली घरों में वुड, लेदर या एल्युमिनियम के बॉक्स (या ट्रंक) मिलते हैं. बस ये देख लें कि ये चालू हालत में हों. लेदर का ट्रंक है तो उसकी लेदर स्ट्राइप्स, कॉर्नर वगैरह मजबूत होने चाहिए. मजबूत ना हों तो शॉप पर देकर ठीक करा लें. वुड का ट्रंक हो तो ये देखें कि उसमें कीड़े वगैरह तो नहीं लगे. किसी तरह की दरार, टूट-फूट के लिए भी उसे देख लें. स्टील या एल्युमिनियम के ट्रंक में जनरली इस तरह की प्रॉब्लम नहीं होती.Paint की ज़रूरत है क्या?
लेदर का ट्रंक है तो शॉप पर ही उसकी पॉलिशिंग वगैरह कराकर उसकी कुंडियां और खांचे बदलवा लें. ट्रंक वुडेन हो या स्टील का, एक बार ये देख लें कि कहीं उसकी कुंडियों में जंग तो नहीं लगी है. ऐसा हो तो उन्हें चेंज या पेंट करना जरूरी होगा. वुड का ट्रंक है तो पॉलिश करना बहुत होगा, जब तक आपको इंटीरियर के अकॉर्डिंग कुछ खास जरूरत ना लगे. स्टील या एल्युमिनियम का ट्रंक हो तो उसे पेंट कर लें. पेंट आप एक कलर में भी कर सकते हैं और अगर आर्ट अच्छी हो तो कोई पैटर्न भी बना सकते हैं.रखना कहां है?ट्रंक छोटा और ऊंचा हो तो इसे कॉर्नर टेबल के तौर पर रखा जा सकता है. रेक्टैंगुलर हो तो ये आपके लिविंग रूम का सेंटर टेबल बन सकता है. स्टील या एल्युमिनियम के ट्रंक को पेंट कराकर आप लॉबी या बालकनी वगैरह में भी रख सकते हैं, जहां वक्त जरूरत ये आपकी कॉफी टेबल का काम कर सकता है.ट्रंक छोटा और ऊंचा हो तो पॉलिशिंग, कलरिंग वगैरह के बाद उसकी डेकोरेशन पर थोड़ा काम करके उसे कॉर्नर टेबल की तरह यूज किया जा