संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि मध्य अमरीकी देश होंडुरास में हत्या की सबसे ज्यादा वारदातें होती हैं.

आंकड़ें बताते हैं कि होंडुरास में हर 74 मिनट में एक व्यक्ति की हत्या होती है। कोकीन का फलता-फूलता अवैध कारोबार इसकी मुख्य वजह है.यहां अपराधियों के कई गिरोह हैं जो दक्षिण अमरीका के रास्ते कोकीन की तस्करी करते हैं। सेन पेड्रा सूला, होंडुरास का ऐसा शहर है जो हिंसा के मामले में अव्वल है। यहां जब किसी को गोली लगती है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाता है तो नर्सों-डॉक्टरों को पहले से पता होता है कि ये जरूर कोकीन से जुड़ा मामला होगा।

भय का वातावरण

यहां हिंसा में जो लोग मारे जाते हैं, उनके घरवाले आमतौर पर अपना मुंह सी लेते हैं क्योंकि उन्हें भय होता है कि यदि उन्होंने अपना मुंह खोला तो उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है। लेकिन 22 वर्षीय सेंड्रा ओरेलाना को अपनी परवाह नहीं है। वो दुनिया को बताना चाहती हैं कि इस शहर में लोग कितने मुश्किल हालात में रहते हैं।

वे बताती हैं, ''मेरा भाई 24 साल का था। वो अपने कुछ दोस्तों के साथ था। उसे एमएस-13 गैंग के लोगों ने पकड़ लिया। मेरा भाई तीन दिन तक लापता रहा, फिर नदी किनारे उसकी लाश मिली। उसके हाथ बंधे हुए थे, शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। आंखे बाहर निकली हुईं थी, उसे सिर पर गोली मारी गई थी। मेरे परिवार के लिए ये सब देखना बहुत मुश्किल था.''

जमीनी हालात का जायज़ा लेने बीबीसी संवाददाता स्टीफन सेक्यूर जब सेन पेड्रा सूला पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि यहां कार से बाहर निकलने पर जान जोखिम में पड़ सकती है। सेन पेड्रा सूला में मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले सर्जियो कहते हैं, ''यहां की हकीकत ये है कि लोगों ने अपने घरों को जेलों में तब्दील कर लिया है, लोग घर से बाहर नहीं निकलते हैं क्योंकि उन्हें घर से बाहर निकलता सुरक्षित नहीं लगता.''

अमरीका की सरदर्दीहोंडुरास लैटिन अमरीका का विफल देश बनता जा रहा है। ड्रग्स का धंधा और इस धंधे की वजह से होने वाली हिंसा इसकी मुख्य वजह है। यहां भ्रष्टाचार भी महामारी की तरह फैला है। इन तमाम वजहों से अमरीका की सरकार भी परेशान है क्योंकि अमरीका पहुंचने वाली 80 प्रतिशत कोकीन, होंडुरास के रास्ते आती है।

अमरीका और होंडुरास, यहां संयुक्त सैन्य अभियान चलाकर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों पर अपना शिकंजा कसने की कोशिश करते रहते हैं जिसमें संदिग्ध तस्कर मारे जाते हैं और कई टन कोकीन भी ज़ब्त की जाती है।

होंडुरास में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का जिम्मा संभाल रहे कर्नल इस्साक सेंटॉस कहते हैं, ''समस्या ये है कि हमारे पास संसाधनों की कमी है और हम अपने बूते इन तस्करों से नहीं लड़ सकते हैं। अमरीका यहां हमारी सहायता करता है, उसने हमें ऐसे उपकरण दिए हैं जिनकी मदद से हम रात के अंधेरे में भी देख सकते हैं।

वे कहते हैं, ''ये सच है कि यहां से बड़ी मात्रा में ड्रग्स अमरीका पहुंचते हैं। इसके बाद भी यहां बहुत कोकीन बच जाती है। इसलिए हमें सिर्फ अमरीकियों के लिए नहीं बल्कि अपने लिए भी लड़ना है.''

बीबीसी संवाददाता स्टीफन सेक्यूर ने होंडुरास की पहाड़ियों पर जाकर एमएस 13 गैंग के एक पुराने तस्कर से मुलाकात की। उनसे जब पूछा गया कि क्या कभी ऐसा होगा कि ड्रग्स गैंग्स को हार का मुंह देखना पड़ेगा, उन्होंने कहा, ''ये बड़ा मुश्किल होगा, क्योंकि ड्रग्स गैंग्स ने हर चीज पर अपना नियंत्रण कर रखा है, ड्रग्स की तस्करी हर जगह होती है, राजनीति में यहां तक की चर्च में भी, ड्रग्स ने पूरे देश को अपने चंगुल में फंसा लिया है.'' सेन पेड्रा सूला के लोग चर्च जाकर प्रार्थना करते हैं कि उन्हें ड्रग्स की शक्ल में उस शैतान से मुक्ति मिले जिसने उनके शहर पर कब्जा कर रखा है।

Posted By: Inextlive