RANCHI: अशोक नगर निवासी बीपी सिन्हा के खोए हुए गहने आरपीएफ हटिया ओसी विजय पांडेय व सब इंस्पेक्टर विकास कुमार की ईमानदारी की बदौलत दो दिन बाद मिल गए हैं। बीपी सिन्हा का पता ट्रेन में सीट के आधार पर मालूम किया गया और उन्हें सूचना दी गई। शुक्रवार को वह अपनी पत्नी के साथ जीआरपी हटिया स्टेशन पहुंचे, जहां उन्हें उनके खोया हुआ पर्स सौंपा गया। इसमें सोने का हार, झुमका, चेन, कैश समेत करीब ढाई लाख के गहने थे। मौके पर जीआरपी थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह, आरपीएफ ओसी विजय पांडेय व सब इंस्पेक्टर विकास कुमार मौजूद थे।

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, यात्री पटना हटिया एक्सप्रेस से जब रांची स्टेशन पहुंचा, तो ट्रेन से उतरते समय अपना पर्स अपनी सीट पर ही भूलवश छोड़ दिया। इसके बाद अपने आवास अशोक नगर चले गए। आरपीएफ हटिया ओसी विजय पांडेय और विकास कुमार को पर्स मिला। इसके बाद जिस सीट के नीचे यह पर्स मिला, उसके आधार पर यात्री का पता लगवाया गया। पता चला कि वह अशोकनगर के रहनेवाले हैं। इसके बाद उन्हें बुला कर उनके सामान सौंप दिए गए।

आरपीएफ को कहा थैँक्स

जीआरपी थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि दोनों यात्री उम्रदराज थे। उन्होंने दोबारा पर्स मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। बीपी सिन्हा ने बताया कि यह आरपीएफ की ईमानदारी का एक नमूना है कि उनका खोया हुआ हार दोबारा मिल गया।

Posted By: Inextlive