हांगकांग में हिंसक प्रदर्शन के बाद एयरपोर्ट जाने वाली ट्रेनें रोकी गई, 63 लोगों को किया गया गिरफ्तार
हांगकांग (एपी)। हांगकांग में प्रदर्शनकारियों ने रविवार को शहर के एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले कुछ सड़कों को बंद करके विरोध प्रदर्शन किया। इसके चलते एयरपोर्ट की तरफ जाने वाली ट्रेनों को भी रोकना पड़ा। बता दें कि हांगकांग में पिछले तीन महीनों से सरकार विरोधी प्रदर्शनों में लगातार तेजी दिखाई दे रही है। ये प्रदर्शन जून में एक प्रत्यर्पण संबंधित विधेयक को वापस लेने को लेकर शुरू हुए थे, जिसके तहत हांगकांग के निवासियों को मुकदमे के लिए चीन भेजे जाने का प्रावधान था। फिलहाल इस विधेयक पर रोक लगा दी गई है। रविवार को दोपहर से पहले ही सैकड़ों प्रदर्शनकारी चेक लाप कोक द्वीप पर स्थित एयरपोर्ट पर जमा हो गए और बस टर्मिनल के बाहर अवरोध लगाकर रास्ता बंद कर दिया।
हालांकि, प्रदर्शनकारी टर्मिनल के अंदर नहीं घुस सकें क्योंकि नीली वर्दीधारी पुलिस अधिकारियों ने एक लाइन बना ली थी और साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि एयरपोर्ट के संचालन में बाधा डालकर वे अदालत के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच चल रही रस्साकशी के बीच हांगकांग से एयरपोर्ट के लिए जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया। हालांकि एमटीआर कारपोरेशन ने एयरपोर्ट से हांगकांग शहर के बीच ट्रेनें लगातार चलने का दावा किया है। 63 लोगों को किया गया गिरफ्तारएक सरकारी बयान में कहा गया है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और एयरपोर्ट के कर्मचारियों पर चीजें फेंकी थीं। वहीं एक अलग बयान में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों के संचालन में बाधा डालने के लिए एयरपोर्ट ट्रेन के ट्रैक पर लोहे के खंभे, ईटें और चट्टानें फेंकी हैं। इसी बीच हांगकांग में हिंसा प्रदर्शन के लिए रविवार को 63 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों में 13 से 36 वर्ष के 54 पुरुष और नौ महिलाएं हैं।उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। साउथ चाइना मार्निग पोस्ट के मुताबिक एक वीडियो फुटेज में रैप्टर कहे जाने वाले विशेष सामरिक दस्ते के सदस्यों को दो पुरुष और दो महिलाओं को मारते दिखाया गया है।
इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने रविवार को ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन किया और ब्रिटेन से चीन के कब्जे में आने से पहले उपनिवेश में पैदा हुए लोगों को नागरिकता प्रदान करने की मांग की। 200 प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटिश झंडे हाथों में ले रखे थे, वहीं 'अब समान अधिकार' और 'हांगकांग के साथ खड़े होने' जैसे नारे लगा रहे थे। काला चश्मा पहने एक व्यक्ति सेक्सोफोन पर ब्रिटेन का 'राष्ट्रगान गॉड सेव द क्वीन' बजा रहा था। दरअसल कई लोग चाहते हैं कि लंदन 1997 से पहले हांगकांग में पैदा हुए लोगों को नागरिकता प्रदान करे, लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इससे इन्कार कर दिया है।