-अयान की मौत ने फिर खोली पुलिस की पोल

-आरोपी को पकड़कर खुलासे पर पुलिस को रही खुश

Meerut: रविवार को असमय काल के गाल में समाए अयान की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है कि क्या मासूम सुरक्षित नहीं हैं? कल गली-मोहल्ले में बेखौफ खेल-कूद करने वाले मासूम आज अपने करीबी-पहचान वालों के छलावे में आकर जान गंवा बैठा। लोगों का मानना है कि आरोपी पकड़कर वाहवाही लूटने की जगह पुलिस बच्चों को सकुशल बचाए तो बेहतर होगा।

मासूम हो रहे शिकार

16 दिसंबर 2016 : कोतवाली के इमलियान से अपहरण कर मासूम शादान की हत्या कर दी गई। शव मेघराजपुर के जंगल से बरामद हुआ।

12 जून 2016 : टीपीनगर के किशनपुरा से आठ साल के मासूम नानू को अगवा कर लिया गया। मलियाना बस्ती में नानू का शव मिला था।

30 जून 2016 : लिसाड़ीगेट के श्यामनगर इस्लामाबाद से 11 साल के नदीम को अगवा कर लिया गया। पुलिस तलाश करती रही। आरोपियों से हाथरस में ले जाकर बच्चे की हत्या कर दी।

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अयान की हत्या बेहद गंभीर मुद्दा है। मेरठ में पिछले दिनों कई और मासूम भी क्रूर हाथों के शिकार हुए हैं। रेंज पुलिस को कड़े आदेश दिए जा रहे हैं कि वे मासूमों की रक्षा में सक्रिय हो।

-केएस इमैनुअल, डीआईजी, मेरठ

Posted By: Inextlive