GORAKHPUR: एक तरफ कोरोना ने तेजी से अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. डेली केसेज भी बढ़ते जा रहे हैं. दूसरी ओर लॉकडाउन-भ् की तैयारी भी चल रही है. जाहिर सी बात है कि जीवन को पटरी पर लाने के लिए अब धीरे-धीरे सरकारी गैर सरकारी दफ्तरें और मार्केट भी रोस्टर वाइजर खुलने लगे हैं. ऐसे में अगर कोई व्यक्त

GORAKHPUR:

एक तरफ कोरोना ने तेजी से अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। डेली केसेज भी बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी ओर लॉकडाउन-भ् की तैयारी भी चल रही है। जाहिर सी बात है कि जीवन को पटरी पर लाने के लिए अब धीरे-धीरे सरकारी, गैर सरकारी दफ्तरें और मार्केट भी रोस्टर वाइजर खुलने लगे हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति कोरोना संदिग्ध नजर आता है या फिर खुद इलाज कराना चाहता है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। वह जिला अस्पताल में न्यू ओपीडी बिल्डिंग में जांच के लिए संपर्क कर सकता है। वहीं प्राइवेट में छात्रसंघ चौक स्थित पैनेसिया हॉस्पिटल व तारामंडल स्थित शाही ग्लोबल हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच के लिए परमिशन दिया है। इसके अलावा हेल्थ डिपार्टमेंट ने आयुष्मान कार्ड होल्डर्स को सिटी के 90 हॉस्पिटल में कोरोना जांच की सुविधा दी है।

इन जगहों पर होती है कोरोना की जांच तथा जांच फीस

क्- जिला अस्पताल के न्यू ओपीडी - फ्री

ख्- सिविल लाइंस स्थिति लाल पैथोलॉजी - ब्भ्00 रुपए

फ्- एसएलआर पैथोलॉजी - ब्भ्00

ब्- जिले के क्म्0 प्राइवेट हॉस्पिटल को मिली है इमरजेंसी सेवा की परमिशन

भ्-शाही ग्लोबल हॉस्पिटल व पैनेसिया हॉस्पिटल में इलाज की परमिशन

होम क्वारंटीन करके खुद का कर सकते हैं बचाव

जो भी लोग दूसरे राज्य या हॉट स्पॉट एरिया से आते हैं उनकी जांच के लिए कोविड-क्9 के कंट्रोल रूम 0भ्भ्क्-ख्ख्0भ्ख्ब्भ् पर काल कर सूचना दिया जा सकता हैं। कंट्रोल रूम से आने वाली टीम की तरफ से इसे होम क्वारंटीन कराया जाएगा। ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर व कोरोना लक्षण के आधार पर सैंपल लेगी। अगर ऐसा कुछ भी नहीं रहता है तो इसके लिए घर के ही एक कमरे में परिवार के सदस्यों से दूर रहते हुए होम क्वारंटीन कर दिया जाएगा। आवश्यक वस्तुओं को अपने पास रखते हुए क्ब् दिन तक परिवार के सदस्यों से बचाव करना होगा।

सिम्पटोमैटिक व एसिम्पटोमैटिक के आधार पर होती है सैंपलिंग

वहीं जिनके ट्रैवल हिस्ट्री सस्पेक्टेड है या फिर वह खुद से ही जांच करवाना चाहता तो इसके लिए वह सीधे जिला अस्पताल जाकर अपना जांच करा सकता है। साथ ही उसे तब तक नंदानगर स्थित क्वारंटीन सेंटर में रहना होगा। जब तक उसकी जांच रिपोर्ट न आ जाए। रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे घर जाने की अनुमति मिल जाएगी। पॉजिटिव आने पर सीधे उसे रेलवे हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में एडमिट कराकर उपचार शुरू कराया जाएगा। वैसे तो हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से हर ब्लॉक स्तर पर क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं। जिनके भीतर सिम्पटोमैटिक लक्षण हैं, उनके सैंपल लिए जाते हैं और जिनके एसिम्पैटोमैटिक लक्षण हैं, उन्हें होम क्वारंटीन कराया जाता है।

कोरोना के जांच के लिए एडमिट होना है जरूरी

अब गंभीर मरीज के इलाज से पहले उसका कोरोना जांच अनिवार्य कर दिया गया है। यानी की डिलीवरी हो या फिर कोई सर्जरी इसके लिए कोरोना जांच अनिवार्य है। जो गंभीर से रूप ग्रसित एडमिट मरीज का सैंपल प्राइवेट लैब के सैंपल कलेक्शन ब्वॉय की तरफ से आकर किया जाएगा। इसके लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी। खुद से अभी किसी भी प्राइवेट लैब में जाकर कोरोना के सैंपल की जांच की परमिशन नहीं है। जब तक की सीएमओ द्वारा अधिकृत नर्सिग होम में वह एडमिट न हो और कोरोना जांच के लिए संबंधित नर्सिग होम का डॉक्टर जांच के लिए न लिखे।

सीनियर सिटीजन के एडमिट की गाइडलाइन

गंभीर रूप से बीमार सीनियर सिटीजन को प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करा सकते हैं। उनके कोरोना की जांच हॉस्पिटल की तरफ से कराई जाएगी। जिसका चार्ज बीमार मरीज के तीमारदारों को वहन करना होगा। इसके लिए उम्र डिसाइड नहीं है। वह म्0 वर्ष से अधिक का भी हो सकता है। वहीं बीआरडी मेडिकल कालेज के आईसोलेशन वार्ड में अब सिर्फ म्0 वर्ष से ऊपर व क्0 वर्ष से कम उम्र के बच्चे कोरोना पॉजिटिव होने पर एडमिट किए जाएंगे।

इन हॉस्पिटल्स में कोरोना मरीजों का फ्री ऑफ कास्ट इलाज

- सिटी के 90 हॉस्पिटल्स को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) किट, थर्मल स्कैनर और एन-9भ् मास्क फ्री में दिए जाएंगे।

- इसके लिए विभाग ने अस्पतालों की लिस्ट तैयार की है।

- जिले के 90 प्राइवेट हॉस्पिटल सरकारी योजनाओं से जुड़े हुए हैं।

- इनमें आयुष्मान भारत योजना में म्ख् व हौसला साझेदारी मिशन में फ्8 अस्पताल शामिल हैं।

- इन अस्पतालों में क्0 ऐसे भी हैं जो दोनों योजनाओं से जुड़े हुए हैं।

- इन अस्पतालों में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का इलाज फ्री में होगा।

- अगर आयुष्मान योजना का लाभार्थी कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो इन अस्पतालों में अपना इलाज निशुल्क करा सकता है।

-केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना में कोविड-क्9 के इलाज को भी शामिल कर लिया है।

वर्जन

कोरोना जांच जिला अस्पताल में करा सकते हैं। कोविड-क्9 के कंट्रोल रूम नंबर पर काल कर सूचना देने पर लक्षण के आधार पर टीम उनका सैंपल लेगी। लेकिन सैंपल क्वारंटीन सेंटर में लिया जाएगा। इसके लिए क्वारंटीन भी होना होगा।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive