दुकान से मकान तक फैली आग में बेटी की शादी को रखे आभूषण, नगदी और सामान भी राख

मध्य रात बाद लगी आग में फंसे परिजनों ने जंगलों से कूद बचाई जान

सिलेंडर फटा, मकान भी क्षतिग्रस्त, दरारें पड़ी, लाखों रुपये का नुकसान

फीरोजाबाद: कहते हैं जब किस्मत रूठती है तो सब कुछ बर्बाद हो जाता है। किस्मत ने ऐसा ही खेल थाना दक्षिण क्षेत्र अंतर्गत चंद्रवार गेट के कपड़ा व्यवसाई के साथ खेला। सोमवार मध्य रात कपड़े की दुकान में लगी आग ने ऐसा रौद्र रूप धारण किया कि सब कुछ तहस-नहस हो गया। आग ने तीन मंजिला मकान को अपने आवेश में ले लिया। परिजनों ने जंगलों से कूद अपनी जान बचाई। लाखों रुपये का कपड़ा ही नहीं, बेटी की शादी को रखे आभूषण व नगदी सब कुछ आग की भेंट चढ़ गई। मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है। बेटा बचाव में झुलस गया। हादसा बाद यह परिवार पूरी तरह सदमे में आ गया है।

चंद्रवार गेट मुख्य बाजार में मुकेश कुमार गुप्ता का मकान है। छोटी सी जगह में तीन मंजिला मकान है। व्यवसाई की नीचे कपड़ा की दुकान है और ऊपरी मंजिल पर वह परिवार के साथ रहते हैं। सोमवार रात करीब नौ बजे वह दुकान बंद कर दूसरी मंजिल पर सोने चले गए। मध्य रात बाद किसी तरह कपड़ा की दुकान में आग लग गई। धीरे-धीरे आग ने भीषण रूप ले लिया। अग्निकांड देख व्यवसाई का पूरा परिवार दहशत में आ गया। नीचे आकर देखा तो जीना से लेकर पूरे मकान में आग की लपटें थी। आग धीरे-धीरे जीना के रास्ते होते हुए ऊपरी मंजिल की बढ़ रही थी। ¨जदगी खतरे में देख परिजन पड़ोसी छत पर सीढ़ी लगा जान बचाई। करीब ढाई बजे अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई। इस दौरान आग बुझाने के प्रयास में व्यापारी का बेटा प्रतीक भी झुलस गया। करीब एक घंटे बाद यहां दमकलें पहुंची और आग बुझाने की कवायद शुरू हुई। करीब तीन घंटे की कवायद बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस अग्निकांड में व्यवसाई का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। फिलहाल शार्ट सर्किट से आग की आशंका जताई जा रही है।

चौकीदार न जगाता तो होता बड़ा हादसा

नीचे कपड़ा की दुकान से आग की लपटें निकल रहीं थी, और कपड़ा व्यवसाई का पूरा परिवार गहरी निद्रा में सो रहा था। गनीमत रही कि वहां से चौकीदार गुजरा। व्यवसाई के नीचे वाली मंजिल में आग की लपटें देख चौकीदार सन्न रह गया। अनहोनी को देख उसने जोर-जोर से आवाजें लगाना शुरू किया, तब जाकर व्यवसाई के परिवार की नींद टूटी। अगर चौकीदार उस समय उधर से न गुजरता तो यह परिवार भष्म हो सकता था। क्योंकि इस अग्निकांड में पूरा मकान आग की जद में आ गया है। एक भी मंजिल सुरक्षित नहीं बची है। पंखे, टीवी, फ्रिज, बाथरूम, रसोई, जीना हर जगह आग पहुंची है। मकान में दरारें पड़ गई हैं, पत्थर तक तपिश से फट गया है। एक्टिवा भी खाक हो गई। इस हादसा में व्यवसाई को बड़ा नुकसान हुआ है।

सकरी गली की वजह से देरी से पहुंची दमकलें

करीब सात फीट गली में मुकेश गुप्ता का मकान है। गली सकरी होने के कारण सूचना के बाद भी दमकल समय पर मौके पर नहीं पहुंच सकी। अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र कुमार चौरसिया ने बताया सूचना करीब ढाई बजे मिली थी। इसी के साथ दो गाडि़यां मौके पर भेजी। गली सकरी होने के कारण आसफाबाद होते हुए उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया गया। आग भीषण थी, ऐसे में काबू पाने में दोनों गाडि़यों को दो-दो बार मौके पर जाना पड़ा। मकान संदूक नुमा और जगह कम होने के कारण आग बुझाने में दिक्कतें हुईं। जंगला को तोड़ आग पर काबू पाया गया।

Posted By: Inextlive