Meerut : हिंसा भले मुजफ्फरनगर में हुई हो मगर दहशत में मेरठ में भी कम नहीं है. संडे को फैमिली के साथ शॉपिंग या आउटिंग पर जाने वाले लोगों ने अंजान खौफ के चलते घरों में कैद रहना ही मुनासिब समझा. रेलवे स्टेशन बस स्टैंड बाजार मॉल और तमाम पब्लिक प्लेस सन्नाटे में डूबे रहे. सेना और पुलिस फोर्स ने फ्लैग मार्च किया. जिला प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए हैं. हर शख्स इस आशंका में डूबा हुआ है कि कहीं कुछ हो न जाए...


शहर की फिजाओं में घुला दहशत का जहर इसे मेरठी मिजाज नहीं तो क्या कहेंगे? करीब 60 किलोमीटर के बवाल का असर मेरठ में साफ दिखाई दिया। कफ्र्यू मुजफ्फरनगर में लगा और आर्मी ने फ्लैग मार्च सिटी की सड़कों पर कर दिया। जी हां, आसपास कुछ भी हो, मेरठ में उसका असर साफ दिखाई देता है। प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सतर्क हो जाता है। दहशत में रहती है पब्लिक। संडे होने के बावजूद सिटी रेलवे स्टेशन, रोडवेज, टोल प्लाजा, मार्केट यहां तक की गली मोहल्लों की गलियां तक सूनी पड़ी थी। आइए आपको भी बताते हैं संडे को सिटी में किस तरह के हालात रहे हैं। रेलवे स्टेशन रहा सूना
संडे के दिन सिटी रेलवे स्टेशन पूरी तरह से सूना पड़ा रहा। मुजफ्फरनगर में बिगड़े हालातों को देखने के बाद सबसे ज्यादा असर इसी सर्विस में देखने को मिल रही है। स्टेशन में मौजूद अधिकारियों की माने तो पिछले कुछ दिनों से मुजफ्फरनगर से आने-जाने वाले यात्रियों में काफी कमी देखने को मिली है। सिटी रेलवे स्टेशन से पूरे हफ्ते में कुल 34 ट्रेन मेरठ से होकर मुजफ्फरनगर और आगे जाती हैं, जिनमें मेल, पैसेंजर, शताब्दी, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेन प्रमुख है। इनमें से कुछ ट्रेने या तो हफ्ते में एक दिन, दो दिन या तीन दिन की है। बाकी सभी रोज आती जाती है। सिटी स्टेशन से रोजाना करीब 10 हजार पैसेंजर वाया ट्रेन आता जाता है। देहरादून की ओर जाने वाले पैसेंजर्स उन ट्रेनों को प्रिफर कर रहे हैं, जो मुजफ्फरनगर में न रुकती हो। इसके लिए पैसेंजर्स दिल्ली जाने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। वहीं स्टेशन पर उपद्रव न हो जाए उसके लिए पीएसी भी मौजूद है।'मुजफ्फरनगर का प्रकरण जब से चला है तब से यात्रियों में काफी कमी है वैसे ट्रेन अपने टाइम से चल रही है, लेकिन पैसेंजर्स उतने नहीं है जितने रोज होते हैं। जो पैसेंजर्स दूर से आ रहे हैं वो तो मुजफ्फरनगर के रूट की ट्रेनों में दिखाई देते हैं। वैसे डेली पैसेंजर्स नहीं दिखाई दे रहा है.'- आरपी त्रिपाठी, स्टेशन अधीक्षक, सिटी स्टेशन मुजफ्फरनगर की बसें बंद


मुजफ्फरनगर के बवाल के बाद मेरठ रोडवेज से चलने वाली अनुबंधित बसें संडे को बंद हो गई। मुजफ्फरनगर जाने वाले यात्री सुबह से बसों के लिए भटकते रहे। वहीं वाया मुजफ्फरनगर उत्तराखंड जाने वाली बसें काफी कम ही दिखाई दी। देहरादून जाने वाली बसों की संख्या काफी घट गई। रोडवेज अधिकारियों की माने तो वैसे तो सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक 6 गाडिय़ां रवाना हो जाती हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में हुए बवाल की वजह से सिर्फ 2 गाडिय़ां ही रवाना हो सकीं। देहरादून बस के कंडक्टर ओमकार सिंह की माने तो मुजफ्फरनगर के बवाल ने कोई भी अपने घर से नहीं निकला है। सवारी रोडवेज पर दिखाई नहीं दे रही है। अभी तक देहरादून के लिए दो ही गाडिय़ां निकल सकी हैं। वहीं देहरादून से आने वाली एक मात्र बस के ड्राइवर जबर सिंह की माने तो सवारी है ही नहीं। देहरादून से आने वाली सभी बसें मुजफ्फरनगर बाईपास होकर आ रही है। कोई रिस्क लेने को तैयार नहीं है। वहीं मुजफ्फरनगर के लिए मेरठ से जाने वाली कुल बसों की संख्या 35 बसें हैं। वहीं अधिकारियों की माने तो अगर माहौल ठीक नहीं रहा तो देहरादून जाने वाली बसें भी बंद हो सकती हैं। वैसे देहरादून जाने के लिए वैकल्पिक रास्ते पर भी विचार किया जा रहा है। जो गढ़ रोड होते हुए गजरौला चौराहे से बिजनौर से मंडावर होते हुए मंडावली से होकर हरिद्वार फिर देहरादून जाया जा सकता है। इस रूट से तकरीबन 70 से 80 किलोमीटर का फर्क पड़ेगा।

'मुजफ्फरनगर जाने वाली बसों को बंद कर दिया गया है। वहीं देहरादून जाने वाली बसों को भी काफी कम चलाया गया है। वो भी दोपहर के बाद। अगर हालात नहीं सुधरे तो देहरादून जाने वाली बसों को भी रोका जा सकता था। '- टीके सिंह, एआरएम, रोडवेजआधे से भी कम हुआ टोल प्लाजा का ट्रैफिक मुजफ्फरनगर में लगी आर्मी के बाद टोल प्लाजा पर ट्रैफिक आधे से भी कम हो गया। प्लाजा के अधिकारियों की माने तो शनिवार शाम से ही टोल की ओर गाडिय़ां आनी बंद हो गई थी। वहीं रविवार को भी कोई गाडिय़ां नहीं आई। आंकड़ों की बात करें तो शुक्रवार को 18 हजार गाडिय़ां टोल प्लाजा से गुजरीं थी। शनिवार को गाडिय़ां घटकर 14 हजार रह गई। उसके बाद रविवार को देर रात तक मात्र 7000 गाडिय़ां ही टोल प्लाजा से गुजरीं। इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पब्लिक घरों से बाहर ही नहीं निकली है। वहीं मुजफ्फरनगर जाने वाली बसों से भी काफी असर पड़ा है। अधिकारियों की माने तो टोल प्लाजा पर अमूमन 25 से 30 लाख रुपए की कलेक्शन 24 घंटे में होती है। ऐसे हालातों में गाडिय़ों की संख्या काफी कम होने से 8 से 12 लाख रुपए रह गई है।
'जब भी कोई बवाल होता है तो सबसे ज्यादा असर टोल पर ही पड़ता है। शनिवार को भी मात्र 14000 व्हीकल टोल से होकर गुजरे लेकिन आधी गाडिय़ां खतौली से वापस आ गई। लगता नहीं है अभी आगे कुछ दिन और हालात सुधरने वाले है.'- मनिंदर सिंह, सिक्योरिटी मैनेजर, टोल प्लाजा'कवाल कांड के समय से ही टोल से गाडिय़ों की संख्या काफी कम होनी शुरू हो गई थी। लेकिन इसका अंदाजा बिल्कुल भी नहीं था कि बवाल इतना बढ़ जाएगा। पब्लिक मुजफ्फरनगर आना जाना ही बंद कर देगी। मुजफ्फरनगर जाने के लिए इसी टोल से होकर गुजरना पड़ता है। गाडिय़ों के कम होने से फर्क तो काफी पड़ा ही है.'- दीपक दीक्षित, मैनेजर, टोल प्लाजाआर्मी के 550 जवानों ने संभाली कमान मुजफ्फरनगर में बिगड़ते हालातों को काबू करने लिए मेरठ सब एरिया से करीब 550 जवानों ने कमान संभाल ली है। सब एरिया ऑफिशियल की माने तो सुबह 6 बजे मेरठ से आर्मी के आठ कॉलम तैनात हो गए थे। जो स्थिति को काबू करने में सक्षम हैं। आर्मी ऑफिशियल के अनुसार एक कॉलम में 60 जवान, 4 ऑफिसर्स और 4 जेसीओ होते हैं। अधिकारियों की माने एक कॉलम शामली में भी भेजा गया है।टोल प्लाजा पर भी पहुंची आर्मी वहीं सिवाया टोल प्लाजा पर किसी भी स्थिति को संभालने के लिए फ्लैग मार्च के बाद आर्मी के जवान डिब्यूट कर दिए गए है। अधिकारियों की माने तो उपद्रवियों में महज डर बिठाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। गौरतलब है कि टोल प्लाजा के आसपास काफी गांव है वहीं मुजफ्फरनगर जाने का भी रास्ता है। पहले भी कई बार टोल प्लाजा को घेरा जा चुका है। मार्केट पड़े रहे सूने संडे को अमूमन मेरठ की मार्केट काफी गुलजार रहती हैं, लेकिन सुबह से ही मुजफ्फरनगर के बवाल का असर पूरे मेरठ में देखने को मिला। सदर, आबूलेन, बांबे बाजार वैली बाजार, सर्राफा बाजार, भगत सिंह मार्केट, साबुन गोदाम, सेंट्रल मार्केट, लालकुर्ती, शारदा रोड, रिठानी ऑल मोस्ट सभी मार्केट में कोई कस्टमर नजर नहीं आया। बुलियन ट्रेडर्स के महामंत्री सर्वेश कुमार सर्राफ की माने तो सिटी की सभी मार्केट में पहले से ही कस्टमर्स काफी कम थे। अब मुजफ्फरनगर के इस बवाल और लोगों में भरी दहशत ने और भी कम कर दिया है। बाहर के कस्टमर्स आने बंद हो गए हैं।

Posted By: Inextlive