- दून के हॉस्पिटल्स में वर्तमान समय में 266 डेंगू पीडि़त हैं भर्ती

- गवर्नमेंट हॉस्पिटल में 104, प्राइवेट में 162 का चल रहा इलाज

- डेंगू से अब तक 6 की डेथ डिक्लेयर, 5 संदिग्ध केस का हो रहा डेथ ऑडिट

देहरादून,

दून में डेंगू ने इस बार पिछले वर्षो के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दून में डेंगू जमकर कहर बरपा रहा है, रायपुर इलाके में स्थिति ज्यादा गंभीर है। डेंगू पीडि़तों से हॉस्पिटल भरे हुए हैं। वर्तमान समय में 266 पेशेंट्स हॉस्पिटैलाइज्ड हैं। डेंगू से अब तक मौत के 11 मामले भी सामने आए हैं। हालांकि, इनमें से 5 का डेथ ऑडिट कराया जा रहा है।

सरकारी से ज्यादा प्राइवेट हॉस्पिटल में पेशेंट्स

डेंगू के कहर का यह आलम है कि जिस भी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में डेंगू का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, वहां पेशेंट्स भरे हुए हैं। गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में 104 डेंगू पेशेंट्स वर्तमान समय में एडमिट हैं, वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल्स में गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स से ज्यादा पेशेंट डेंगू का इलाज करा रहे हैं। इनकी संख्या 162 है।

6 डेथ डिक्लेयर्ड, 5 का डेथ ऑडिट

दून में डेंगू से अब तक 11 लोग जान गंवा चुके हैं। दून के सीएमओ डॉ। एसके गुप्ता के मुताबिक मौत के 6 मामले पुष्ट हो चुके हैं, जबकि 5 मामले संदिग्ध हैं, इनका हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से डेथ ऑडिट कराया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि इनकी मौत डेंगू से ही हुई है या फिर किसी और कारण से हुई है।

डेंगू कंट्रोल में झोंका पूरा डिपार्टमेंट

दून में डेंगू कंट्रोल में हेल्थ डिपार्टमेंट शुरू से ही असफल दिखा। हालांकि दावा लगातार किया जाता रहा है कि डेंगू कंट्रोल के लिए सारी व्यवस्थाएं चौकस हैं। मौजूदा समय में भी बताया जा रहा है कि दून में डेंगू कंट्रोल के लिए 21 टीमें एक्टिव हैं, जो 4 जोन में एक्टिव हैं, हर जोन की कमान एक एसीएमओ को सौंपी गई है। इस तरह 4 एसीएमओ तैनात किए हैं। अब पहाड़ी जिलों से दो और एसीएमओ दून तैनात किए गए हैं, इन्हें ऋषिकेश और विकासनगर एरिया की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 21 टीमों में 20 डॉक्टर्स, 10 स्टाफ नर्स, 10 फार्मासिस्ट्स शामिल हैं।

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डेंगू से निपटने को हेल्थ डिपार्टमेंट लगातार प्रयासरत है। पूरे जिले को 4 जोन में बांटकर डेंगू कंट्रोल कैंपेन चलाई जा रही है। प्रभावितों को दवा वितरित की जा रही है, उनके ब्लड सैंपल जांच के लिए कलेक्ट किए जा रहे हैं। अब तक 4 एसीएमओ टीमों को लीड कर रहे थे, अब दो एसीएमओ और तैनात किए गए हैं।

-डॉ। एसके गुप्ता, सीएमओ

Posted By: Inextlive