शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स में शुरू हुआ वेब पोर्टल मेरा अस्पताल

पीएमओ से हो रही मानीटरिंग, उठाए जाएंगे सुधार के कदम

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: सरकारी हॉस्पिटल की सेवाओं से खुश हैं या नाराज। अब यह मन में नही रहेगा। अपनी राय आप ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। निश्चित रहिए कि इस पर कार्रवाई भी होगी, आपके फीडबैक की मानीटरिंग खुद पीएमओ के जरिए की जाएगी। जी हां, शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स में यह सेवा शुरू हो गई है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए वेब पोर्टल मेरा अस्पताल के जरिए मरीजों से फीडबैक भी मांगा जाने लगा है।

भरिए तीन में से एक आप्शन

फिलहाल बेली और काल्विन हॉस्पिटल में ओपीडी में पर्चा बनवाते ही मोबाइल नंबर मांगा जाता है

ऑनलाइन नंबर फीड करते ही मरीज के मोबाइल पर मैसेज आ जाता है

जिस पर हॉस्पिटल की सेवाओं को लेकर फीडबैक मांगा जाता है

पहला आप्शन बहुत संतुष्ट, दूसरा आप्शन संतुष्ट और तीसरा आप्शन असंतुष्ट के लिए होता है

तीन में से एक आप्शन रिप्लाई करते ही आपका फीडबैक दर्ज हो जाता है

प्रधानमंत्री का इनीशिएटिव

यह पहल खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है। उनके कार्यालय ने मेरा अस्पताल नाम से वेब पोर्टल लांच किया है। इस पर देश के तमाम सरकारी हॉस्पिटल का ऑनलाइन फीडबैक मांगा जा रहा है। जिसके आधार पर ही उनकी ग्रेडिंग होगी। अच्छे गे्रडिंग वाले हॉस्पिटल को पीएमओ की ओर से पुरस्कृत करने के साथ उनका फंड भी बढ़ाया जा सकता है। खराब ग्रेडिंग होने पर हॉस्पिटल में सुधार के प्रयास किए जाएंगे। कारणों का पता लगाकर संबंधित समस्या को भी दूर किया जाएगा।

एसआरएन में करना होगा इंतजार

मंडल के सबसे बडे एसआरएन हॉस्पिटल में इस सुविधा के लिए मरीजों को अभी इंतजार करना होगा। यहां ई हॉस्पिटल साफ्टवेयर जनरेट नही हो पाने से मरीजों को फीडबैक देने की सुविधा नही मिल पा रही है। इसके अलावा बेली और कॉल्विन हॉस्पिटल में ओपीडी और आईपीडी में डिस्चार्ज होने वाले मरीजों से भी प्रोफार्मा तैयार कराकर साफ सफाई पर फीडबैक मांगा जा रहा है। यह कदम लोकल लेवल पर हॉस्पिटल प्रशासन खुद उठा रहा है।

गोपनीय रखी जाएगी आपकी पहचान

अभी तक हॉस्पिटल में दवाएं या डॉक्टर नही मिलने पर मरीज अफसोस कर वापस घर लौट जाते थे

स्टॉफ के मिसबिहेव की शिकायत भी दर्ज कराने से डरते थे

इस तरह का ऐसा कोई मंच उनके पास नही था

मेरा अस्पताल वेब पोर्टल के तहत फीड बैक देने वाले मरीज की पहचान गोपनीय रखी जानी है

यानी बिना किसी डर के आप अपने अनुभव को पीएमओ के साथ साझा कर सकते हैं।

जिन हॉस्पिटल्स में ई हॉस्पिटल्स की सेवा शुरू हो गई है वहां पर मरीजों से ऑनलाइन फीडबैक मांगा जा रहा है। जिसके आधार पर हॉस्पिटल की ग्रेडिंग तय की जाएगी। इससे संतुष्ट और असंतुष्ट होने का आप्शन मैसेज के जरिए देना होगा।

डॉ। शेखर,

मैनेजर, बेली हॉस्पिटल

हमारे यहां ऑनलाइन फीडबैक के साथ प्रोफार्मा पर मरीजों की साफ सफाई पर आधारित राय भी ली जा रही है। इसके आधार पर हम अपनी व्यवस्था को तय करने में मदद मिलती है।

डॉ। वीके सिंह,

सीएमएस, काल्विन हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive