घर बैठे मिलेगी डॉक्टर्स से अप्वाइंटमेंट की सुविधा

ओपीडी व डॉक्टर्स की जानकारी भी होगी ऑनलाइन

Meerut। जिला अस्पताल की तरह अब महिला चिकित्सालय यानि डफरिन अस्पताल भी ई-हास्पिटल की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है। यानि अब यहां भी मैनुअल सिस्टम के बजाय सभी सुविधाएं ऑनलाइन हो जाएगी। जिससे मरीज घर बैठे ही डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट ले सकेंगे। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक स्टाफ की दिक्कत दूर होते ही ई-हॉस्पिटल सेवा शुरू कर दी जाएगी। जिला महिला चिकित्सालय की प्रभारी एसआईसी डॉ। मनीषा वर्मा ने बताया कि ई - अस्पताल के तहत हमें अभी 4 कम्प्यूटर्स मिल गए हैं। नेटवर्किंग लाइन बिछ गई है। हालांकि अभी पूरा स्टॉफ नहीं है। स्टॉफ की कमी दूर होते ही ई-अस्पताल की सर्विस शुरू कर दी जाएगी।

ऐसे होगा ई-हॉस्पिटल

अस्पताल में अभी मरीजों से लेकर अस्पताल के सभी रिकार्ड रजिस्टर में तैयार किए जाते हैं। ई-अस्पताल के तहत मरीज का रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर के जरिए होगा। इसके बाद मरीज की बीमारी, टेस्ट रिपो‌र्ट्स और उसे दिए जाने वाले इंजेक्शन व दवाएं व अन्य ट्रीटमेंट डिटेल्स को भी सॉफ्टवेयर में फीड किया जाएगा। मरीज की सभी डिटेल्स इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल डाटा सॉफ्टवेयर पर दर्ज होगीं। साथ ही मरीज का इलाज किस डॉक्टर ने किया, कब-कब मरीज की जांच हुई आदि की जानकारी भी फीड की जाएगी।

होगा अलग कोड

ई-अस्पताल के तहत मरीजों को ओपीडी का पर्चा ऑनलाइन तैयार होकर मिलेगा। ऑनलाइन पर्चे के जरिए हर मरीज का अलग कोड होगा। इस कोड के जरिए मरीज अपनी सभी जांच रिपोर्ट ऑनलाइन निकाल सकता है। इसके अलावा मरीजों का रिकॉर्ड महीनों तक सेफ भी रखा जाएगा। अगर मरीज किसी अन्य सरकारी अस्पताल में जाता है, तो इसी कोड के जरिए वहां उसका पुराना रिकार्ड चेक किया जा सकेगा। इस सबसे समय की बर्बादी नहीं होगी तो साथ ही फीस की रसीद और डिस्चार्ज स्लिप भी ऑनलाइन ही मिलेगी।

ऑनलाइन मिलेगा अप्वाइंटमेंट

अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, ऑपरेशन थियेटर, दवा स्टोर, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी लैब आदि को कम्प्यूटर नेटवर्किंग के जरिए आपस में कनेक्ट किया जाएगा। जिसके बाद मरीज अपनी सहूलियत के हिसाब से डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट ले सकेगा। सिस्टम ऑनलाइन होने के बाद मरीज को अपना पिछला रिकार्ड भी साथ लेकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही डॉक्टर मरीज का पुराना रिकार्ड चेक कर तुरंत परामर्श भी दे सकेंगे।

यह हाेगा फायदा

मरीजों को ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट की सुविधा मिलेगी।

ओपीडी के लिए लंबी लाइनों से निजात मिलेगी।

एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर से मरीज किसी भी सरकारी अस्पताल में इलाज करवा सकता है।

सभी डाटा ऑनलाइन होगा।

मरीज की सभी रिपो‌र्ट्स और डिटेल्स ऑनलाइन स्टोर होगी।

समय की बचत होगी और अस्पताल में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

अस्पताल का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन रहेगा।

Posted By: Inextlive