- उरई के डॉक्टर से दरियादिली दिखाना पड़ा भारी

- पत्नी में वायरस की पुष्टि होने से मचा हड़कंप

LUCKNOW :

किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में कोविड-19 को लेकर जो प्रोटोकाल जारी हुआ है उसका खुद यहीं के डॉक्टर और अधिकारी माखौल बना रखा है। इसमें बार बार लापरवाही के चलते मेडिकल स्टाफ पर संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। अब नया मामला उरई के कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर से जुड़ा है। सिफारिश वाले डॉक्टर साहब को आइसोलेट कर परिवारजन को गर्ल हॉस्टल में ठहरा दिया गया। वहीं पत्नी में वायरस की पुष्टि होने पर वार्डेन महिला चिकित्सक भी क्वारंटाइन में चली गईं।

मच गया हड़कंप

दरअसल, शुक्रवार को उरई में तैनात एनेस्थीसिया के डॉक्टर को केजीएमयू के संक्रामक रोग यूनिट में भर्ती किया गया। वह केजीएमयू के पूर्व छात्र भी हैं, साथ उनकी बेटा एमबीबीएस भी कर रहा है। ऐसे में संक्रिमत डॉक्टर का संस्थान के कुछ सीनियर से संपर्क था। लिहाजा उनके आने से पहले ही भर्ती का पूरा बंदोबस्त हो गया। उन्हें संक्रामक रोग यूनिट में भर्ती कर पत्नी और बेटी को ग‌र्ल्स हॉस्टल में ठहरने का कमरा दे दिया गया। यहां स्टाफ के लिए क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। हॉस्टल की वार्डेन एक महिला हैं, वह भी एनेस्थेटिस्ट हैं। चर्चा है कि वह वरिष्ठों के आदेश पर परिवार को कक्ष में छोड़ने गई। साथ में हॉस्टल का कार्य देख रहीं दो महिला क्लर्क भी साथ में गई। यह सब संक्रमित डॉक्टर की पत्नी के संपर्क में आ गई। वहीं अगले दिन डॉक्टर की पत्नी में वायरस संक्रमण की पुष्टि होने पर हड़कंप मच गया। इसके कारण वार्डेन व महिला कर्मी घर भी गई थीं। ऐसे में परिवारजन में भी भय परसर गया। मंगलवार को तीनों की कोरोना की जांच कराई गई। वार्डेन के चिकित्सक पति ने भी जांच कराई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। मगर वार्डेन हॉस्पिटल में ही क्वारंटाइन हो गई।

ट्राएज एरिया में था रखना

संस्थान के डॉक्टर्स के मुताबिक डॉक्टर में कोरोना पॉजिटिव थे। ऐसे में संपर्क में आए परिवार जन को पहले ट्राएज एरिया में रखना था। यहां से टेस्ट होने के बाद उन्हें क्वारंटाइन या आइसोलेशन का फैसला करना था। मगर, उन्हें हॉस्टल में ठहरने को भेज दिया गया। जो यह गलत है। पूर्व में भी एक डॉक्टर कि सिफारिश पर संक्रमित मरीज को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कर दिया गया। इसके बाद आईसीयू में संक्रमित नर्स को ड्यूटी पर लगा दिया गया।

बीबीडी भेजे गए बेटा-बेटी

संक्रमित डॉक्टर के बेटा-बेटी में कोरोना निगेटिव आया हैं। केजीएमयू से उन्हें सीएमओ की टीम ले गई। दोनों को बीबीडी में क्वारंटाइन कर दिया गया।

संक्रमित डॉक्टर का बेटा एमबीबीएस का छात्र है। ऐसे में उनके परिवारजनों को हॉस्टल में ठहरा दिया गया। मगर, अब संपर्क में आए लोगों को ट्राएज एरिया में ही रखा जाएगा। यह नियम कड़ाई से लागू किया जाएगा।

डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू

Posted By: Inextlive