- डीडीयूजीयू एनसी हॉस्टल के मेस संचालक ने बताया-जान का खतरा

- अवैध छात्र रात के वक्त मेस कर्मचारियों से मांगते मुफ्त में खाना, नहीं देने पर देते थे धमकी

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू एनसी हॉस्टल में मेस शुरू होने के बाद से अराजक तत्वों की गुंडई बढ़ गई है। हॉस्टलर्स के बीच रहकर दिन-रात मुफ्त में खाना की मांग पर मेस कर्मचारियों को धमकी देना इनकी आदत में शुमार हो गया है। रविवार रात शराब के नशे में धुत अराजक तत्वों ने मेस कर्मचारियों के साथ न सिर्फ बदतमीजी की, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी। वहीं, इस घटना के बाद से मेस संचालक ने भी अराजक तत्वों से जान का खतरा बताते हुए एनसी हॉस्टल के हॉस्टलर्स को खाना खिलाने से मना कर दिया है। मेस संचालक की मानें तो जब तक यूनिवर्सिटी सुरक्षा मुहैया नहीं कराती। तब तक वह मेस संचालन करने में असमर्थ है। इस मामले में यूनिवर्सिटी के चीफ प्राक्टर ने डेढ़ दर्जन से ऊपर अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कैंट थाने को सूची सौंपने की बात कही है।

उद्घाटन के बाद से हंगामा

डीडीयूजीयू के नाथ चंद्रावत ब्वॉयज हॉस्टल में क्म् सितंबर से मेस संचालन शुरू किया गया था। उद्घाटन वीसी प्रो। वीके सिंह ने किया। इस मौके पर रजिस्ट्रार से लगाए फाइनेंस अधिकारी व सभी हॉस्टल के वार्डेन मौजूद रहे। हॉस्टलर्स, वार्डन और यूनिवर्सिटी की रजामंदी से एनसी हॉस्टल में न्यूनतम दर पर मेस संचालक ने भी ख्ख्0 हॉस्टलर्स को सुबह और शाम को भोजन कराना शुरू कर दिया था। लेकिन रविवार रात मेस में खाने को लेकर अराजक तत्वों से विवाद हो गया। इसके बाद मेस कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी। सोमवार सुबह जब इस मामले की जानकारी पर वॉर्डन प्रो। अजय शुक्ला हॉस्टल पहुंचे तो वहां मेस संचालक पवन सिंह समेत हॉस्टलर्स मौजूद रहे। इन्हीं हॉस्टलर्स के बीच अराजक तत्व भी मौजूद रहे। बातचीत में भी हंगामा करते रहे। हंगामा करने वाले हॉस्टलर्स भी अराजक तत्वों के चढ़ाने पर मेस संचालन की बहाली के पक्ष में थे। उधर, मेस संचालक ने भी जान का खतरा बताते हुए वार्डन को पत्र लिखकर सुरक्षा मिलने के बाद ही मेस संचालन शुरू करने की बात कही है।

पत्रकारों से बदसलूकी

घटना की जानकारी पर पहुंचे पत्रकारों से भी अवैध हॉस्टलर्स समेत अराजक तत्वों ने बदसलूकी की। मौके पर मौजूद एलआईयू, पुलिस, प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम व वार्डन भी मौजूद थे।

डेढ़ दर्जन अवैध हॉस्टलर्स की सूची तैयार

एनसी हॉस्टल में अवैध ढंग से रहने वाले हॉस्टलर्स के नाम की सूची हॉस्टलर्स से मांगकर चीफ प्रॉक्टर ने तैयार की है। जिन हॉस्टलर्स ने मेस शुल्क जमा कर दिया है वे अवैध हॉस्टलर्स के पक्षधर में नहीं हैं। लेकिन कुछ वैध हॉस्टलर्स ही अवैध हॉस्टलर्स को शह देकर उन्हें मेस संचालन में बाधा उत्पन्न करा रहे हैं। मेस संचालन न होने के लिए दिन रात अवैध हॉस्टलर्स भी उधेड़बुन में लगे हैं। ऐसे अवैध हॉस्टलर्स को सबक सिखाने के लिए चीफ प्राक्टर ने भी डेढ़ दर्जन से ऊपर हॉस्टलर्स की सूची तैयार कर ली है। इसकी सूची कैंट पुलिस को सौंपने की बात कही है।

विवादों में रहा मेस

कई वर्ष बाद शुरू हुए डीडीयूजीयू में मेस संचालन की जब फीस फ्0 हजार रखी गई थी। तब ज्यादा रेट बताकर हॉस्टलर्स ने प्रदर्शन किया। तीन दिन तक चले प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हॉस्टलर्स की मांगें मानते हुए ख्ख्000 रुपए शुल्क कर दिया। इस प्रकार न्यूनतम दर पर मेस संचालन के लिए किसी तरह हिम्मत जुटाकर कैटर्स वालों ने मेस संचालन का काम लिया तो हॉस्टल में रह रहे अवैध हॉस्टलर्स ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

इन्हीं दो में नहीं चला मेस

- संतकबीर हास्टल

- गौतम बुद्ध हास्टल

वर्जन

एनसी हास्टल में मेस संचालन बंद होने की सूचना पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम पहुंची थी। हॉस्टलर्स के मेनू की समस्या सुनी गई। डेढ़ दर्जन से ऊपर कुछ अराजक तत्वों को चिह्नित किया गया है। इनकी सूची कैंट थाने भेज दी जाएगी। रहा सवाल मेस कर्मचारियों की सुरक्षा का तो उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया जाएगा।

प्रो। प्रदीप कुमार यादव, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive