Gorakhpur : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एंट्री की आस लगाए स्टूडेंट्स इन दिनों काफी परेशान हैं. हॉस्टल के लिए फॉर्म भरे उन्हें एक मंथ से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन अभी तक उन्हें हॉस्टल एलॉट नहीं हो सके हैं. हॉस्टल एलॉटमेंट में हो रही देर की वजह से स्टूडेंट्स बाहर रहने को मजबूर हैं. वहीं यूनिवर्सिटी की इस लापरवाही से परेशान स्टूडेंट्स का कहना है कि डीडीयू में हॉस्टल एलॉटमेंट की राह देखकर हमने काफी बड़ी गलती कर दी. इससे अच्छा होता कि हम बाहर कहीं रूम लेकर रह लेते तो जितने पैसे हमने आने और जाने में खर्च कर दिए हैं कम से कम वह तो बच जाते. अगर यूनिवर्सिटी अब हॉस्टल एलॉट करती है तो ऐसे एलॉटमेंट से स्टूडेंट्स को सिर्फ नुकसान ही होगा क्योंकि वह आधे से ज्यादा वक्त बाहर बिता चुके हैं जबकि यूनिवर्सिटी उनसे पूरी फीस वसूल करेगी.


15 से भरे जा रहे हैं फॉर्म डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में हॉस्टल के फॉर्म की बात करें तो इसकी शुरुआत यूनिवर्सिटी ने 15 सितंबर को ही कर दी थी। उस दौरान यूनिवर्सिटी के 50 परसेंट रिजल्ट भी नहीं डिक्लेयर हो सके थे। अब भी यूनिवर्सिटी के कुछ रिजल्ट डिक्लेयर होने बाकी हैं। साथ ही बड़ी तादाद में रिजल्ट्स में गड़बड़ी भी हो गई है। ऐसे में स्टूडेंट्स हॉस्टल कैसे एलॉट कराएंगे यह एक बड़ा सवाल है। हालांकि जो स्टूडेंट्स बीए फस्र्ट इयर या एमए फस्र्ट इयर में हैं, उन्हें तो हॉस्टल एलॉटमेंट का यकीन है लेकिन डर की वजह से वह भी हॉस्टल का फॉर्म भरने से कतरा रहे हैं।30 सितंबर तक भरे गए थे फॉर्म
यूनिवर्सिटी हॉस्टल में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स ने सितंबर में ही फॉर्म भर दिए थे। फॉर्म को भरने के लिए यूनिवर्सिटी ने लास्ट डेट 30 सितंबर तय कर रखी थी, लेकिन उसके बाद से अब तक यूनिवर्सिटी अपने लापरवाह रवैये की वजह से हॉस्टल एलॉटमेंट पूरा नहीं करा सकी है। वहीं रिजल्ट काफी लेट होने के बाद भी उन्होंने हॉस्टल एलॉटमेंट के संबंध में कोई डेट डिक्लेयर नहीं की। इसकी वजह से स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की क्लासेज अटैंड करने में भी काफी परेशानी हो रही है। इस दौरान उन स्टूडेंट्स को ज्यादा परेशानी है, जिन्होंने हॉस्टल की फीस जमा कर दी है, लेकिन एलॉटमेंट न होने से वह परेशान हैं कि न जाने उन्हें कौन सा रूम एलॉट होगा और कहीं उन्हें अपना सामान इधर से उधर न शिफ्ट करना पड़े। वहीं दूर दराज से आने वाले स्टूडेंट्स डेली अपडाउन करना पड़ रहा है और बेवजह पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। यूनिवर्सिटी की लापरवाही यूनिवर्सिटी का लापरवाह रवैया और लेटलतीफी के चलते स्टूडेंट्स को अब तक हॉस्टल एलॉटमेंट नहीं हो सका है। उन्होंने टाइमली रिजल्ट तो निकाला नहीं उसके बाद जब रिजल्ट निकले भी तो उसमें हजारों खामियां। ऐसे में स्टूडेंट्स का एडमिशन लेना भला कहां से पॉसिबल होगा। इस मामले में यूनिवर्सिटी हॉस्टल के जिम्मेदारों का कहना है कि अगर वह हॉस्टल एलॉट भी करते तो इससे पुराने स्टूडेंट्स जिनके रिजल्ट अभी तक नहीं निकले थे, उनको हॉस्टल एलॉट नहीं हो पाते, वहीं नए स्टूडेंट्स की तादाद काफी ज्यादा है। इसी को देखते हुए उन्होंने हॉस्टल एलॉटमेंट नहंीं किया। इस मामले में स्टूडेंट्स की मानें तो अब सारे रिजल्ट निकल चुके हैं, लेकिन अब यूनिवर्सिटी को न जाने किस चीज का इंतजार है।

Posted By: Inextlive