जैसा कि आप जानते हैं कि गूगल के पास काफी बड़े-बड़े डाटा सेंटर्स हैं। ऐसे में इन डाटा सेंटर्स को मैनेज करना भी आसान काम नहीं। आइए जानते हैं कि अखिर इतने बड़े नेटवर्क को गूगल कैसे करता है मैनेज...

खुद ही निकालते हैं सॉल्यूशन
गूगल के डाटा सेंटर्स के बारे में तो हम सभी जानते हैं। एक विशालकाय नेटवर्किंग को अच्छी तरह संभालना आसान तो नहीं है। फिर भी कंपनी लगातार कई सालों से इसे मैनेज करते हुए यूजर्स को बेस्ट सर्विस प्रोवाइड कराती आ रही है। हाल ही में दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में नेटवर्किंग मैनेजमेंट की मुख्य स्ट्रेटजी रिवील की। कंपनी के अनुसार, वह build your own फिलोसिफी पर वर्क करते हैं। यानी कि, गूगल नेटवर्क मैनेजिंग के लिए खुद सॉल्यूशन निकालती है और उसे आसानी से एक्जीक्यूट करती है।
कैसे होता है काम
कंपनी का कहना है कि, वे अपने सॉफ्टवेयर और हॉर्डवेयर खुद ही बनाते हैं। जिसके चलते वह स्टैंडर्ड इंटरनेट प्रोटोकॉल पर ज्यादा निर्भर नहीं होते। इसके कारण कंपनी की नेटवर्किंग को वह अपने तरीके से मैनेज करते हैं। आपको बताते चलें कि, हाल ही में एक गूगल के डाटा सेंटर्स की एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें नेटवर्किंग के सभी पाइप गूगल के रंग में रंगे थे। यानी कि कंपनी ने गूगल आइकन में दिखाए जाने वाले लाल, हरा, नीला और पीला कलर अपने डाटा सेंटर्स में भी यूज किया।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari