VRINDAVAN (14 May): जल निगम और नगर पालिका प्रशासन की वादाखिलाफी से यमुना आंदोलनकारी व्यथित हैं। ये दोनों सरकारी विभाग साढ़े चार माह में भी न तो सीवर लाइन की सफाई करा सके, न ही नाले साफ हो पाए। कुछ माह पहले टेप भौंरा घाट का नाला भी शनिवार को यमुना में गंदगी उड़ेलता रहा। इस बीच शनिवार शाम यमुना रक्षक दल से जुड़े आंदोलनकारियों ने यमुना के घाटों का भ्रमण कर यमुना कार्य योजना की हकीकत जानी।

जनवरी से कार्य जारी

जल निगम इस साल जनवरी से ही सीवरेज लाइनों की सफाई का कार्य करा रहा है, लेकिन कार्य पूरा नहीं हुआ। इसी तरह नगर पालिका प्रशासन की तरफ से यमुना रक्षक दल के पदाधिकारियों को एक मई से नालों की सफाई कार्य कराने का आश्वासन दिया गया था। 14 दिन गुजर गए, लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने अपने ही वादे पर अमल नहीं किया। नालों की सफाई न होने से एक तरफ विहारघाट नाला टेप नहीं हो पा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ माह पहले टेप भौंरा घाट नाला भी शनिवार को यमुना में प्रवाहित होता रहा।

सफाई में रुचि नहीं

यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास ने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन नालों की सफाई कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। उन्होंने बताया कि इस बारे में वह नगर पालिका के ईओ और सिटी मजिस्ट्रेट से बात करेंगे। दरअसल, अफसर अब यह मान रहे हैं कि यमुना के किनारे समानांतर नाला बनने के बाद नालों की सफाई कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, इसलिए हीलाहवाली की जा रही है।

ओवरफ्लो हो रहे नाले

दूसरी तरफ शाम को संत जयकृष्ण दास, विवेक महाजन, गोपाल शर्मा, आशीष अग्रवाल, अजय निषाद समेत यमुना रक्षक दल के अनेक कार्यकर्ता विहारघाट से लेकर भौंराघाट तक नालों का निरीक्षण किया। नालों की सफाई नहीं होने से पापड़ीपीर चौराहे पर नाले का पानी ओवरफ्लो होकर दुकानों के सामने भरता रहा।

श्वान नोंचते रहे मृत गोवंश

विहारघाट पर यमुना में मृत गोवंश का शव तैरता मिला। दोपहर में श्वान मृत गोवंश को नोंचते रहे। यह सिलसिला काफी देर तक जारी रहा।

टीएन चौबे, ईओ नगर पालिका का कहना है कि नालों की सफाई का कार्य शीघ्र शुरू कराया जाएगा। इसके लिए योजना तैयार की जा रही है। ताकि सभी घाट टेप हो सकें।

Posted By: Inextlive