नंबर गेम

46 लाख कुल पॉपुलेशन

600 मिलियन लीटर रोजाना डिमांड

550 मिलियन लीटर रोजाना आपूर्ति

200 लीटर रोजाना हर व्यक्ति को जरूरत

- शहर के कई इलाकों में हो रही है दूषित जलापूर्ति

- जनता की बढ़ रहीं मुश्किलें, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

फैक्ट फाइल

-3 लाख 40 हजार नल कनेक्शनधारी

- 10 फीसदी अवैध कनेक्शनधारी

-3 हजार किमी पूरे शहर में पेयजल लाइन बिछी

LUCKNOW:

अरे, आज फिर नल से बदबूदार पानी आया, कैसे नहाएंगे। अब तो हद हो गई है। कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह दर्द है उन लोगों का, जो ऐसे इलाकों में रह रहे हैं, जहां लंबे समय से दूषित जलापूर्ति हो रही है। जिसकी वजह से उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि जिम्मेदार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

यह है समस्या

लालकुआं (छितवापुर रोड), इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड के तहत आने वाले इलाकों में पिछले करीब एक माह से दूषित जलापूर्ति हो रही है। आलम यह है कि नलों से जो पानी आ रहा है, उसमें सीवर की बदबू आ रही है। जिसकी वजह से लोग इस पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। कई बार लोगों ने शिकायत भी की, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। गुजरते वक्त के साथ उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

पुरानी लाइन बनी मुसीबत

दूषित जलापूर्ति होने के पीछे एक प्रमुख वजह सालों पुरानी पेयजल लाइन है। जानकारी के अनुसार, शहर में करीब 25 से 30 साल पुरानी पेयजल लाइन पड़ी हुई है। जिसकी वजह से आए दिन किसी न किसी इलाके में पेयजल लाइन टूट रही हैं और लोगों के घर गंदा और बदबूदार पानी जा रहा है।

संसाधन एक नजर में

-121 कुल ओवरहैड टैंक

-30 से 35 अंडरग्राउंड जलाशय

-615 ट्यूबवेल

-22 हजार कुल हैंडपंप

डेली डिमांड 600 मिलियन लीटर

जानकारी के अनुसार, शहर में प्रतिदिन पानी की डिमांड 600 मिलियन लीटर तक पहुंच गई है। जबकि चार साल पहले यह 400 मिलियन लीटर के आसपास था। बढ़ती आबादी से पानी की डिमांड भी तेजी से बढ़ती जा रही है।

यह बात सही है कि पिछले कुछ समय से सीवर का बदबूदार पानी आ रहा है। जिसकी वजह से खासी परेशानी हो रही है।

प्रभात शुक्ला, लालकुआं

दूषित जलापूर्ति होने से स्थिति बेहद खराब हो गई है। कई बार शिकायतें की गई लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

सुनील, लालकुआं

सीवर का बदबूदार पानी आने से खासी समस्या हो रही है। इस पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इस तरफ ध्यान दिया जाना चाहिए।

मास्टर अब्दुल, लालकुआं

दूषित जलापूर्ति की समस्या से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। आए दिन नलों से गंदा पानी आ रहा है। इस वजह से परेशान होना पड़ता है।

भरत किशोर गुप्ता, लालकुआं

नलों से आ रहे गंदे पानी का सेवन करने से बीमारियों की गिरफ्त में आ सकते हैं। जिम्मेदारों को इस तरफ जल्द से जल्द ध्यान देना होगा।

सुरेश चंद्र द्विवेदी, इस्माइलगंज

दूषित जलापूर्ति की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। आए दिन नलों से गंदा एवं बदबूदार पानी आ जाता है। इस समस्या को दूर किया जाना चाहिए।

समीर पाल, इस्माइलगंज

बोले जिम्मेदार

अगर किसी इलाके में दूषित जलापूर्ति हो रही है तो यह गंभीर मामला है। इस समस्या को जल्द से जल्द दिखवाया जाएगा और उसे दूर किया जाएगा।

नीरज गौड़, सचिव जलकल विभाग

Posted By: Inextlive