-आरयू कैंपस में स्टूडेंट्स के लिए बनाई गई हैं ओपन क्लासेस

-आरयू की बाउंड्री के बाहर मृत जानवरों की कैंपस में आती है दुर्गंध

5-यूजी कोर्सेस संचालित हैं

5-पीजी डिप्लोमा कोर्सेस

5-पीजी आर्ट साइड कोर्सेस

2-रिसर्च कोर्सेस

6-यूजी टेक्निकल कोर्सेस संचालित

10-प्रोफेशनल कोर्सेस हैं

10-बजे सुबह से ओपन होता है कैंपस

500-से अधिक कैंडिडेट्स अदर डिस्ट्रिक्ट से आते हैं डेली

बरेली: आरयू कैंपस में स्टूडेंट्स के लिए ओपन क्लासेस तो बनाई गई, लेकिन वहां पर स्टूडेंट्स पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि आरयू कैंपस की बाउंड्री के बाहर से मृत जानवरों की दुर्गध हवा चलने के साथ ही पूरे कैंपस में आती है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरयू रजिस्ट्रार डॉ। सुनीता पाण्डेय ने नगर निगम को पत्र भी लिखा। इसके बाद नगर निगम ने बाउंड्री के बाहर सफाई तो कराई लेकिन लोगों ने फिर से कचरा, मृत जानवर फेंकना शुरू कर दिए हैं। इससे स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है।

एक माह पहले लिखा था पत्र

पीलीभीत बाईपास रोड पर स्थित एमजेपीआरयू कैंपस की बाउंड्री के बाहर लोगों ने अवैध डलावघर बना दिया है। रोड किनारे अक्सर लोग मृत जानवर, कचरा और बायो मेडिकल वेस्ट तक फेंक जाते हैं, जिसकी दुर्गध से रोड से निकलने वालों को तो परेशानी होती ही है। इससे सबसे अधिक प्रॉब्लम कैंपस में स्टडी करने वाले स्टूडेंट्स के साथ कैंपस में रहने वालों को भी होती है। जब कभी हवा चलती है तो दुर्गध पूरे कैंपस में फैलती है।

बनाई गई हैं ओपन क्लासेस

आरयू कैंपस में स्टूडेंट्स ओपन में भी स्टडी कर सके इसके लिए आरयू में ओपन क्लासेस बनाए गए थे। जिसमें सबसे पहले ओपन क्लास कैमिकल इंजीनियरिंग के लिए बनाया गया। लेकिन दुर्गंध से स्टूडेंट्स को ओपन क्लासेस में स्टडी करना मुश्किल हो जाता है। इसी तरह कैंपस में भी बैठकर स्टूडेंट स्टडी नहीं कर पाते हैं।

दो दर्जन कोर्सेस हैं संचालित

आरयू में करीब 23 यूजी, पीजी, रिसर्च और टेक्निकल कोर्सेस संचालित हैं, जिसमें करीब डेढ़ हजार स्टूडेंट्स स्टडी करते हैं। इसके साथ फैकल्टी मेंबर्स और डेली आने वाले कैंडिडेट्स भी आते हैं।

डॉगी भी हो रहे खूंखार

पीलीभीत रोड पर मृत जानवर पड़े रहने के कारण इस रोड पर छुट्टा डॉगी की संख्या भी अधिक रहती है। कई बार तो यह डॉगी आरयू कैंपस के अंदर या फिर गेट के बाहर स्टूडेंट्स को भी नोच लेते हैं। मंडे को भी डॉगी ने आरयू के एक सिक्योरिटी गार्ड को काट लिया, जिससे वह घायल हो गया।

-बाउंड्री के बाहर मृत जानवर कोई फेंक जाता है तो कैंपस के अंदर हवा चलने पर दुर्गध तो आती है। इसकी पहले भी कई बार शिकायत नगर निगम की गईद्व लेकिन लोग मानते ही नहीं है, बाउंड्री के बाहर गंदगी फेंक जाते हैं।

प्रो। ब्रिजेश त्रिपाठी, चीफ प्रॉक्टर आरयू

-बाउंड्री के बाहर रोड की तरफ से छुट़्टा और खूखांर डॉगी आ जाते हैं। इन्हें भगाना भी मुश्किल हो जाता है। मंडे को भी एक डॉगी आ गया भगाने के लिए गया तो उसने मुझे ही नोच लिया। अब दवा लेने जा रहा हूं।

जाकिर मियां, सिक्योरिटी गार्ड

जब हवा चलती है तो कैंपस में बाउंड्री के बाहर से दुर्गध आती है। इससे कैंपस में दुर्गध आती है जिससे प्रॉब्लम होती है, लेकिन क्या करें। इससे क्लास रूम के अंदर बैठकर स्टडी करनी पड़ती है।

अमन

बाउंड्री के बाहर कचरा और मृत जानवर नहीं फेंके जाएं, तो कैंपस में शुद्ध हवा मिले। लेकिन लोग हैं कि मानते ही नहीं कई बार तो लोग दिन भी मृत जानवरों को फेंक जाते हैं।

गजेंद्र

Posted By: Inextlive