61 हजार के करीब हुए हैं अभी तक रजिस्ट्रेशन

14 वाहन दिए जाने हैं अवेयरनेस के लिए

03 गाडि़यों के जरिए ही अभी किया जा रहा है अवेयर

ऐसे बंटे हैं सेक्टर

10 सेक्टर बरेली में

03 सेक्टर बदायूं में

04 सेक्टर शाहजहांपुर में

03 सेक्टर पीलीभीत में

- नवंबर से चल रहा कैंपेन, होर्डिग और बैनर से किया जा रहा अवेयर, गोष्ठियों का भी आयोजन

- वाणिज्य कर विभाग ने 31 मार्च तक के लिए प्रदेश भर में दिए 336 वाहन, पंजीकरण बढ़ाने की लगाई शर्त

बरेली : जीएसटी में अधिक से अधिक व्यापारियों को शामिल करने के लिए बरेली पिछड़ता दिख रहा है। दरअसल, अभी तक करीब 61 हजार व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जबकि एक लाख से ज्यादा टारेगट मिला है। इस आंकड़े को पाने के लिए अभी 40 हजार रजिस्ट्रेशन और कराने होंगे। विभाग के लिए यह टफ टास्क है। दरअसल, डिपार्टमेंट के सामने अवेयरनेस का चैलेंज आ रहा है। अभी सिर्फ तीन ही वाहन हैं, जबकि सेक्टर 10 हैं। ऐसे में, कम अवेयरनेस हो पा रही है। वाहन के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।

ऐसे कर रहे अवेयर

मौजूदा समय में वाणिज्य कर विभाग गोष्ठी करके रजिस्ट्रेशन कराने के लिए व्यापारियों को अवेयर कर रहा है। इसके साथ ही, होर्डिग और बैनर के माध्यम से भी प्रचार किया जा रहा है। नवंबर से कैंपेन चल रहा है। जनवरी खत्म होने को है। विभाग टारगेट से काफी पीछे है।

शासन का यह फैसला

वाणिज्य कर विभाग अपने अधिकारियों को वाहन तो देने जा रहा है, लेकिन साथ ही यह शर्त भी लगा दी है कि जब गाड़ी की सुविधा ले रहे हैं तो 31 मार्च तक प्रदेश में जीएसटी के तहत पंजीकृत व्यापारियों की संख्या भी अनिवार्य रूप से 25 लाख तक पहुंचानी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाणिज्य कर विभाग को जीएसटी पंजीकरण की संख्या इसी स्तर तक पहुंचाने की हिदायत दे रखी है।

पहले यह थी स्थिति

जीएसटी लागू होने से पहले प्रदेश में वैट के तहत साढ़े छह लाख से अधिक व्यापारी रजिस्टर्ड थे। जीएसटी की कर प्रणाली का ढांचा अलग होने के कारण इस व्यवस्था में तेजी से व्यापारियों का पंजीकरण बढऩे और उनके टैक्स दायरे में आने की उम्मीद की जा रही है। जुलाई, 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद प्रदेश में व्यापारियों का पंजीकरण बढऩा तो शुरू हुआ, लेकिन लंबे समय से यह आंकड़ा 14 से 15 लाख के बीच अटका है। अब जीएसटी के तहत रजिस्टर्ड व्यापारियों की संख्या 25 लाख तक पहुंचाने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।

किसको कितने वाहन

बरेली-14

मेरठ-12

मुरादाबाद-25

गाजियाबाद प्रथम-13,

गाजियाबाद द्वितीय-12़

लखनऊ-28,

कानपुर-24

आगरा-16

इटावा-17

गौतमबुद्धनगर-12

प्रयागराज-14

अलीगढ़-18

वाराणसी प्रथम-19

वाराणसी द्वितीय-26

सहारनपुर-22

गोरखपुर-18

अयोध्या-17 ़

झांसी-13

बुलाए गए अधिकारी

दो महीने तक विशेष अभियान चलाने के बाद अब वाणिज्य कर विभाग ने अधिकारियों से इसका रिपोर्ट कार्ड मांगा है। जीएसटी के तहत पंजीकरण व प्रवर्तन कार्यो को लेकर मुख्यालय ने अधिकारियों के साथ बैठक के अलग-अलग दिन तय कर उन्हें बिंदुवार विवरण के साथ आने का निर्देश दिया है।

होर्डिंग और बैनर से व्यापारियों को अवेयर कर रहे हैं। गोष्ठियों का भी आयोजन किया जा रहा है। यह बात सही है कि टारगेट टफ है। हमारे पास अधिकारी, कर्मचारी ज्यादा हैं, लेकिन गाडि़यां कम हैं, इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। कोशिश की जा रही है। 40 हजार का टारगेट पूरा कर लिया जाएगा।

- मुक्तिनाथ वर्मा, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन

Posted By: Inextlive