हावड़ा-दिल्ली लाइन पर 8 घंटे फंसी ट्रेनें, बदले रूट से गई राजधानी
घटवाल, घटवार एवं खेतौरी को आदिवासी सूची में शामिल करने की मांग पर आंदोलन
-विद्यासागर और मधुपुर के बीच मदनकट्ठा हॉल्ट पर सुबह छह बजे से ट्रैक जाम -मेलर संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हजारों लोगों ने दिया धरना, कई ट्रेनें रद्द -राजधानी एक्सप्रेस को जमुई से वापस किऊल ला कर गया रूट से भेजा गया कोलकाता -सीएम से वार्ता की घोषणा के बाद हटाया गया जाम, परेशान रहे रेल यात्रीदेवघर/पाकुड़: घटवाल, घटवार एवं खेतौरी को आदिवासी की सूची में शामिल करने समेत सात सूत्री मांगों के समर्थन में अर्से से चले आ रहे आंदोलन ने शनिवार को विकराल रूप ले लिया। मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा के बैनर तले एक हजार से अधिक समर्थकों ने लाठी, भाला व पारंपरिक हथियार से लैस होकर हावड़ा-दिल्ली मुख्य रेलमार्ग को सुबह छह बजे से जाम कर दिया। इससे अप और डाउन लाइन पर ट्रेनें जहां-तहां रुक गई। आधा दर्जन गाडि़यों का परिचालन रद करना पड़ा। दिल्ली से हावड़ा जा रही राजधानी एक्सप्रेस को जमुई से किऊल वापस ला कर गया रूट से कोलकाता भेजा गया। दिन के 1:47 बजे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता में मुख्यमंत्री से वार्ता की घोषणा के बाद जाम हटाया गया। मुख्यमंत्री रघुवर दास से पांच सदस्यीय शिष्टमंडल सोमवार को सचिवालय में मिलेगा। इस दौरान आठ घंटे तक हावड़ा-दिल्ली रेलमार्ग पर परिचालन एकदम ठप रहा। यात्री परेशान और बेहाल रहे।
जमकर नारेबाजी इससे पूर्व आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मोहन राय, सचिव दामोदर राय ने बताया कि सरकार जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं करेगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। हमलोग भुईयां, घटवार, खतौरी को आदिवासी का दर्जा देने समेत अन्य मांग को लेकर 2006 से आंदोलन कर रहे हैं। 2013 से कई बार रेल रोको आंदोलन किया गया। आर्थिक नाकेबंदी की गई। विधानसभा व लोकसभा में आवाज उठाई गई। ----------------- जो ट्रेनें हुईं रद्द - 15929 अप चेन्नई एक्सप्रेस - 12363 अप हल्लीबाड़ी एक्सप्रेस - 13425 डाउन मालदा-सूरत एक्सप्रेस - 15657 अप 15658 कंचनजंगा एक्सप्रेस - 1547 मालदा वर्द्धमान पैसेंजर - 53405 रामपुरहाट - साहिबगंज पैसेंजर - 53663 वर्द्धमान- बरहरवा पैसेजर - 53041 अप हाबड़ा-जयनगर पैसेंजर - 53138 बरहरवा सियालदा पैसेंजर -------------- मुख्य मांगें - घटवाल, घटवार, खेतौरी को आदिवासी की सूची में शामिल करो - भुइयां, घटवाल, खेतौरी की जमाबंदी जमीन, रैयती जमीन के हस्तांतरण पर लगे रोक- आंदोलन में शहीद तारामणि देवी मेलर को शहीद का दर्जा दिया जाए
- मेलर संघर्ष मोर्चा के आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमा वापस हो - 11 जून 2013 के बेमियादी झारखंड बंद में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की न्यायिक जांच हो --------------