मोटी सैलरी के लिए यूरोप अमेरिका नहीं भारत के इस शहर में जाइए, मुंबई देता है दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी
करीब डेढ़ करोड़ रुपये सालाना सैलरीएचएबीसी एक्सपैट सर्वे के अनुसार, मोटी सैलरी देने में एशियाई शहर शंघाई, जकार्ता, हांगकांग टॉप टेन में शामिल हैं। भारत की आर्थिक और इंटरटेनमेंट राजधानी मुंबई में काम करने वाले विदेशियों को औसतन 1.40 करोड़ रुपये सालाना सैलरी मिलती है। सैलरी की यह रकम ग्लोबल एवरेज के तकरीबन डबल है।यूरोप के डबलिन में औसत से कममोटी सैलरी के लिहाज से आकर्षक होने के बावजूद मुंबई में यूरोप और अमेरिका के मुकाबले जॉब के मौके काफी कम हैं। यूरोप का टेक हब माने जाने वाले शहर डबलिन में जॉब के मौके काफी अधिक हैं। यही वजह है कि सर्वे में रोजगार के मौके वाले टॉप 5 शहरों में शामिल तो हो गया लेकिन यहां सैलरी का औसत ग्लोबल एवरेज से कम ही है।