मानवाधिकार दिवस पर BHU में कार्यक्रम का हुआ आयोजन

- वक्ताओं ने मानवाधिकार की संकल्पना और महत्व को किया रेखांकित

VARANASI

मानवाधिकार दिवस के अवसर रविवार को लॉ फैकल्टी बीएचयू में यूनिवर्सिटी ह्यूमन राइट सेल की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट रजिस्ट्रार डॉ। केपी उपाध्याय ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि 'वसुधैव कुटुम्बकम की परिकल्पना वाले देश में मानवाधिकार हनन एक गंभीर प्रश्न है और इसके समाधान के लिए सभी व्यक्ति एवं संस्थाओं को आगे आना होगा।

बुराइयों को करें दूर

बतौर मुख्य वक्ता प्रो। डीपी वर्मा ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार सम्बन्धी सार्वभौमिक घोषणा पत्र के प्रस्तावना एवं विभिन्न अनुच्छेदों पर चर्चा करते हुए स्पष्ट किया कि यह मात्र अधिकारों की संकल्पना नहीं है बल्कि एैसे स्तभ हैं कि इन्हें सही मायने में अपनाया जाए तो समाज में चारो ओर शांति का प्रसार होगा। फाइनेंस आफिसर डॉ एमआर पाठक ने कहा जिस दिन लोग एक दूसरे के प्रति छल दमन और द्वेष का भाव छोड़ देंगे सही मायने में मानवाधिकार प्राप्त करेंगे। प्रो अजेन्द्र श्रीवास्तव ने विषय प्रस्तावना रखा। संयोजक प्रो आरपी राय ने स्वागत भाषण देते हुए मानवाधिकार की संकल्पना को बताते हुए मानवाधिकार दिवस एवं इसके प्रकोष्ठ के महत्व को बताया। अध्यक्षता फैकल्टी डीन प्रो। डीके शर्मा ने किया। कार्यक्त्रम में प्रो सीपी। उपाध्याय, प्रो डीके मिश्रा, प्रो शैलेन्द्र गुप्ता, प्रो। एमके पाधी, डॉ एके सिंह, डॉ। वीके पाठक, प्रो आदेश कुमार आदि उपस्थित रहे। , डीन ऑफ स्टूडेंट्स डॉ राजू माझी, ने धन्यवाद ज्ञापन दिया जबकि संचालन डॉ रजनीश कुमार पटेल ने किया।

Posted By: Inextlive