RANCHI: बेड़ो सहित राज्य के दूसरे हिस्सों से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार 50 नाबालिगों और महिलाओं को रेस्क्यू करने की रांची पुलिस ने तैयारी कर ली है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की दो टीम हिमाचल और दिल्ली भेजी जा रही हैं। गौरतलब है कि रांची के एएचटीयू थाने में 20 हजार में सात नाबालिगों को हिमाचल के टमाटर फार्म में बेचे जाने और दो बच्ची की मां को 55 हजार में दिल्ली में बेचे जाने का मामला दर्ज है। इस प्रकरण में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसके बाद रांची पुलिस टीम बनाकर रेस्क्यू के लिए भेज रही है।

टमाटर फार्म में बेचा

राजधानी रांची के बेड़ो इलाके में गुमला जिले के मानव तस्कर सक्रिय हैं। बेड़ो के सात नाबालिगों को हिमाचल प्रदेश के एक टमाटर फार्म में 20-20 हजार रुपए में बेचा गया है। सभी उसी टमाटर फार्म में फंसे हैं। यहां 11 नाबालिगों को ले जाया गया था। वहां से लौटे के एक नाबालिग द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद बेड़ो के जोहन तिग्गा ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में मामला दर्ज कराया है।

दिल्ली से भागी बेड़ो की महिला

रांची के हॉस्टल में काम दिलाने का झांसा देकर दलालों के चंगुल में फंसकर दिल्ली में 55 हजार में बिकी बेड़ो की सुम्मी उराइन ने लौटकर कई जानकारियां दी हैं। वो दिल्ली से भाग कर रांची पहुंची थी, और एंटी ह्ययूमन ट्रैफिकिंग थाना रांची में एफआइआर दर्ज कराई थी। उसने पुलिस व मीडिया को बताया कि रांची, गुमला, सिमडेगा सहित कई जगहों की 50 महिलाएं और बच्चे फंसे हैं। सभी को बिरसा उरांव और सिसई निवासी विनोद लोहरा ले गए हैं।

Posted By: Inextlive