क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:ह्यूमन ट्रैफिकर्स अब सूद पर रुपए देकर बेटी उठा ले जा रहे हैं. इनकार करने पर सूद में दिए रुपए नहीं लौटाने के कारण कानूनी विवाद में फंसाने और उससे भी बात न बनी तो जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं. ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सिटी के जगन्नाथपुर थानाक्षेत्र का सामने आया है. इलाके की 14 वर्षीया स्टूडेंट पर मोहल्ले के ही युवक राकेश सिंह की नजर पड़ी और वह उसे दिल्ली ले जाकर बेचने के जुगाड़ में लग गया. अपनी साजिश में वह कामयाब भी हो गया लेकिन ऐन मौके पर हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार को मामले की जानकारी मिली और उनकी सूझबूझ से बच्ची को दिल्ली स्टेशन पर ही रेस्क्यू कर लिया गया. लड़की के साथ मौजूद ट्रैफिकर राकेश को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. वहीं, राकेश की सहयोगी एक महिला समेत अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है.

क्या है मामला

ट्रैफिकर्स का रैकेट आसपास के इलाके में जरूरतमंद लोगों को टारगेट करते है, जिनके घर में नाबालिग लड़की हो. गिरोह के सरगना आरोपी राकेश ने इसके लिए अपने मोहल्ले की ही बच्ची को टारगेट किया. इसके लिए उसने अपनी महिला सहयोगी को लगाया और लड़की के परिजनों को जबरदस्ती मदद करने के नाम पर एक लाख रुपए थमा दिए. गिरोह के लोग कुछ दिनों बाद ही लड़की के परिजनों से रुपए मांगने लगे.

मूल नहीं तो सूद की डिमांड

सोची-समझी साजिश के तहत आरोपियों ने परिजनों से कहा कि मूल नहीं है तो प्रति माह दस हजार रुपए सूद के तौर पर जमा करो. कई महीने तक लड़की के परिजनों से सूद के रुपए वसूले गए और जब पिछले दो माह से रुपए जमा नहीं हुए तो ट्रैफिकर्स ने अपना दांव खेला.

लड़की को काम पर लगवा दो

आरोपी राकेश लड़की के घर पहुंचा और कहा कि दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी वाले उसके परिचित हैं. इसलिए उनकी बेटी को कहीं अच्छी जगह पर काम लगा देंगे. लड़की पैसे भी कमाएगी और राकेश भी अपना उधार का रुपया नहीं मांगेगा. लड़की के परिजनों पर दबाव बनाते हुए राकेश लड़की लेकर रफूचक्कर हो गया.

स्वर्णजयंती एक्सप्रेस से पहुंचा दिल्ली

लड़की को जबरन लेकर आरोपी राकेश बुधवार की शाम झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से दिल्ली निकल गया. लड़की के परिजनों को आसपास के लोगों ने जब समझाया तो वे लोग भागते हुए हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार के पास पहुंचे.

हटिया डीएसपी ने बनाया एक्शन प्लान

डीएसपी ने आनन-फानन में एक्शन प्लान बनाते हुए इसमें जीआरपी और स्पेशल ब्रांच की टीम को शामिल किया. सूचना को प्रसारित किया गया और फुलप्रूफ्र प्लानिंग के तहत काम करते हुए पुलिस टीम ने बच्ची को दिल्ली से रिकवर कर लिया और आरोपी राकेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया. बरामदगी में स्पेशल ब्रांच के कांस्टेबल सत्येंद्र कुमार पांडे, शक्तिवाहिनी के ऋषिकांत और सीआइएसएफ हवलदार अमरनाथ की सराहनीय भूमिका रही. लड़की को रेस्क्यू कर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर जीआरपी में रखा गया है. बच्ची को लाने के लिए रांची से एक स्पेशल टीम दिल्ली भेजी जा रही है.

वर्जन

सूदखोर राकेश से रुपए मांगा भी नहीं था कि उसने मदद के नाम पर जबरन रुपए थमा दिया. बाद में सूद भी वसूलने लगा. पैसा नहीं दे पा रहे थे तो जबरदस्ती बेटी को ले गया कि काम पर लगा देंगे. पुलिस को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

पीडि़ता की मां

स्पेशल ब्रांच, चाइल्डलाइन, शक्ति वाहिनी व सीआइएसएफ के जवान की मदद से बच्ची को रेस्क्यू कर लिया गया है. बच्ची को ले जाने वाले आरोपी राकेश को भी पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है. मामले के पीछे रांची से लेकर दिल्ली तक सक्रिय ह्यूमन ट्रैफिकर्स के रैकेट का हाथ लग रहा है.

प्रभात रंजन बरवार, डीएसपी, हटिया

Posted By: Prabhat Gopal Jha