यूनीसेफ की टीम पहुंची मेरठ, कमिश्नर-आईजी रेंज से की मुलाकात

सूरजकुंड स्थित बाल संरक्षण गृह में किया दौरान, एजेके की व्यवस्थाएं भी खंगाली

Meerut : मेरठ-गाजियाबाद ह्यूमन ट्रैफिकिंग का गढ़ है। बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश समेत पिछड़े राज्यों से हर साल बड़ी संख्या में मानव तस्करी होकर बच्चे मेरठ-गाजियाबाद आते हैं और इन्हें ट्रेंड कर दिल्ली-एनसीआर भेजा जाता है। मेरठ-गाजियाबाद में कई ऐसे ट्रेनिंग कैंप भी हैं जहां मासूमों का बचपन तड़प रहा है। गुरुवार को यूनीसेफ की टीम ने मेरठ का दौरा किया। बाल संरक्षण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की अधिकारियों से जानकारी ली। टीम ने कमिश्नर, आईजी से भी मुलाकात की।

टीम ने किया निरीक्षण

यूनीसेफ की उप्र की स्टेट हेड रूथ लिआनो के नेतृत्व में पहुंची टीम में यूनीसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ आफताब मोहम्मद, बाल संरक्षण अधिकारी दिनेश कुमार और मेरठ मंडल के कोआर्डीनेटर गुरुमुख सिंह लांबा शामिल थे। टीम ने गुरुवार सुबह आईजी रेंज आलोक सिंह से मुलाकात की और वेस्ट यूपी में बाल अपराधों के रोकथाम पर चर्चा की। टीम ने आईजी के साथ वेस्ट यूपी में मानव तस्करी के ठिकानों की जानकारी साझा की जहां बच्चों को तस्करी कर लाया जा रहा है। बाल तस्करी और बालश्रम की रोकथाम के लिए टीम की आईजी के साथ चर्चा हुई। चाइल्ड फ्रैंडली पुलिसिंग सिस्टम को डेवलप करने का जोर टीम ने आईजी के समक्ष दिया। इसके बाद टीम एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के कार्यालय पहुंची। और यहां पर सेल की कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया।

देखी व्यवस्थाएं

स्टेट हेड की अगुवाई में टीम सूरजकुंड स्थित बाल संरक्षण गृह पहुंची। यहां डिप्टी सीपीओ महेश कुमार कंडवाल और डीपीओ शत्रुघन कनौजिया ने टीम का स्वागत किया। टीम ने डिप्टी सीपीओ कार्यालय में बैठकर विभाग की कार्यप्रणाली को खंगाला। यहां संरक्षण गृह में रह रहे बालकों की जीवनयापन के स्तर और स्थिति का भी टीम ने परीक्षण किया। बाल कल्याण समिति की सदस्य अनिता राणा, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीति सगर आदि इस दौरान मौजूद रहे। इसके बाद टीम मेडिकल कॉलेज स्थित आशा ज्योति केंद्र पहुंची। यहां टीम ने एजेके की कार्यप्रणाली को देखा। बाल और महिला पीडि़ताओं के केस को हैंडल करने में किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए इसकी जानकारी भी टीम ने दी। मंडल हेड गुरुमुख सिंह लांबा ने बताया कि आगामी 30 नवंबर को हाईकोर्ट मॉनीटरिंग सेल की एक बैठक हो रही है, जिसमें प्रदेश के सभी कमिश्नर, डीएम समेत प्रोबेशन विभाग के अफसर हिस्सा लेंगे। यह समीक्षा बैठक यूनीसेफ आर्गेनाइज करा रहा है। टीम ने मीटिंग की तैयारी को भी निरीक्षण के दौरान खंगाला।

Posted By: Inextlive