रांची: मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर झारखंड विधानसभा का माहौल बुधवार को गरम हो गया। यहां भाजपा विधायकों ने कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के आरोपों पर कड़े तेवर दिखाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। मॉब लिंचिंग को लेकर इरफान अंसारी द्वारा पूर्व की सरकार पर लगाए गए आरोप पर भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा किया है। हंगामा देखते हुए सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

वेल में विपक्ष

विधानसभा सत्र के आखिरी दिन बुधवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग के लिए आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बताया। इसके बाद विपक्ष वेल में आ पहुंचा और स्पीकर से इरफान अंसारी को बर्खास्त करने की मांग करने लगा। जब विपक्ष के विधायक वापस सीट पर बैठे तो इरफान ने अपनी बात दोहराई, इसके बाद दोबारा विपक्ष के विधायक वेल में आ पहुंचे और इरफान से माफी मांगने की मांग करने लगे.चर्चा के दौरान जब इरफान अंसारी तबरेज अंसारी पर बोल रहे थे तभी विपक्ष के विधायक वेल में आ गए और उन्होंने इरफान अंसारी को सदन से बर्खास्त करने की स्पीकर से मांग करने लगे। इस दौरान रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि क्या इरफान अंसारी के पास इसका प्रमाण है कि तबरेज अंसारी को किसने मारा। उन्होंने स्पीकर रवींद्र नाथ महतो को संबोधित करते हुए इरफान से माफी मांगने की बात कही। इसके बाद विपक्ष के विधायक दूसरी बार वेल में आकर हंगामा करने लगे। उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी को उनके बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।

इरफान की माफी पर अड़ा विपक्ष

सदन के स्थगित होने के बाद इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तबरेज अंसारी की हत्या की गई और उसे भाजपा की सरकार ने चोर बताया। उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी को मारने वाला भाजपा कार्यकर्ता था और उसका नाम अमित मंडल है। उन्होने कहा कि दोषी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मामले में धारा से छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया। वहीं भाजपा के बोकारो विधायक ने कहा कि स्पीकर के बार-बार खेद व्यक्त करने के आग्रह के बावजूद भी इरफान ने माफी नहीं मांगा। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ये विधानसभा और स्पीकर का अपमान है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब तक इरफान माफी नहीं मांगते हैं, विपक्ष सदन नहीं चलने देगा। उधर, मनीष जायसवाल ने कहा कि इरफान अंसारी मंत्री नहीं हैं, सरकार के विधायक हैं। जब उन्होंने पूर्व की रघुवर दास की सरकार के विभागों की जांच करने की बात कही तो उस वक्त हेमंत सोरेन सदन में मौजूद थे। सरकार को गलत लगता है तो वे विभागों की जांच कराए लेकिन इरफान अंसारी का कहना कि वे पूर्व की सरकार के विभागों की जांच कराएंगे, उनकी मंशा को दर्शाता है। मनीष ने कहा कि जबतक इरफान माफी नहीं मांगेगे, विपक्ष सदन नहीं चलने देगा।

बोले स्पीकर, खेद व्यक्त करें इरफान

इरफान अंसारी के बयान पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने उन्हें खेद व्यक्त करने को कहा। इरफान ने कहा कि इन्होंने (आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं) तबरेज अंसारी और मिराज अंसारी को मारा है। इरफान अंसारी कभी माफी नहीं मांगेगा। उधर, विपक्ष लगातार वेल में इरफान से माफी की मांग करते रहे। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इरफान के पास क्या प्रमाण है: सीपी सिंह

रांची से भाजपा के विधायक सीपी ंिसंह ने इरफान अंसारी के बयान पर कहा कि उनके पास क्या प्रमाण है कि इरफान अंसारी मॉब लिंचिंग केस में आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ है। इससे पहले इरफान ने पूर्व की रघुवर सरकार के विभागों की जांच कराने की बात कही जिसपर हजारीबाग से भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि इरफान की मंशा क्या है, वे स्पष्ट करें। इसके अलावा चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच स्थानीयता नीति, सीएनटी-एसपीटी एक्ट और रोजगार के मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर नोकझोक हुई।

Posted By: Inextlive