पहाड़ी तक पानी नहीं पहुंचा तो डूबेगा सिटी
- नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती है पटना सिटी एरिया में जलजमाव को रोकना
- निगम कमिश्नर जय सिंह दो बार इस एरिया का कर चुके दौरा फिर सफाई मामले में स्थिती जस की तस - वार्ड काउंसलर भी निगम में लगातार उठाते रहे हैं मामलाPATNA : पटना सिटी एरिया में जलजमाव से निपटने के लिए फिलहाल निगम के पास कोई रास्ता नहीं है। पटना सिटी के अंदर वाले एरिया में छोटे नाले की सफाई में जहां लापरवाही बरती गई वहीं बड़े नाले की हकीकत से हर कोई वाकिफ है। अब तक निगम ने सैदपुर नाले की सफाई भी पूरी नहीं की है। इससे शनिचरा पुल के आगे पानी नहीं बढ़ रहा है। अगर एक घंटे भी बारिश होती है तो पहाड़ी तक का एरिया पूरी तरह से जलमग्न हो जाएगा। इसे लेकर वार्ड काउंसलर नियाज लगातार निगम में सवाल उठाते रहे हैं। इसके बावजूद वर्क कराने में निगम एग्जीक्यूटिव नाकाम रहे हैं। बता दें कि निगम कमिश्नर जय सिंह दो बार इस एरिया का दौरा कर चुके हैं। इसके बाद भी शनिचरा पुल के आगे नाले की सफाई सही से नहीं हो पाई। साथ ही राजेंद्र नगर सहित दर्जनों एरिया के पानी को प्रेशर के साथ पहाड़ी तक पहुंचाने का रास्ता भी ठीक नहीं हो पाया है।
एक तरफ जाम, दूसरी ओर जलजमाव लोकल पर्सन जावेद की मानें तो मानसून की बारिश के साथ ही पटना सिटी का अधिकांश एरिया जलजमाव की भेंट चढ़ जाता है। क्ख् महीने जाम से परेशान रहने वाले पटना सिटी वालों के लिए मानसून की बारिश के साथ परेशानी और बढ़ जाती है। खासकर मंगल तालाब का दक्षिणी एरिया, मदरसा रिजविया, आगा हुसैन का चौराहा, सदरगली, नूर गुलाबी बाग, किला रोड का भीतरी हिस्सा, नीम की भट्ठी, नवाब बहादुर रोड का पश्चिमी एरिया, दादर मंडी सराय एरिया देखने के बाद लगता है कि इस बार भी नाले की उड़ाही नहीं हुई है। मानसून आने की खबर के साथ एरिया के लोगों में अंदर से डर सताने लगा है। मानसून खोलेगा पोलवार्ड काउंसलर नियाज की मानें तो पटना सिटी सर्किल में निगम ने नाला उड़ाही व सफाई में लाखों रुपए खर्च किए हैं, लेकिन सही से नाले की उड़ाही व सफाई नहीं हो पाई है। यही नहीं मंगल तालाब एरिया में बने नाले के निकास में ही फॉल्ट है। पानी आगे बढ़ ही नहीं पाता है। शनिचरा पुल के आसपास हालत और खराब हो जाती है। इससे एक दिन की बारिश में ही पूरा एरिया जलजमाव की भेंट चढ़ जाएगा।
उड़ाही के वक्तनहीं देते ध्यान - संकरी गलियों के नाले की सफाई पर नहीं देते ध्यान। - मैनहोल और कैचपिट की सफाई में होती है लापरवाही। - दो मैनहोल के बीच के पाइप की नहीं होती सफाई। - नए नाले अप टू मार्क नहीं बनाए जाते। - नाले के ऊपर से इंक्रोचमेंट सही तरीके से नहीं हटाया जाता। - नाला उड़ाही में शिल्ट हटाने पर कभी भी ध्यान नहीं दिया जाता। - सैदपुर नाले के दोनों तरफ के एरिया में ठीक से सफाई नहीं हुई। इन जगहों पर होगा जलजमाव - मंगल तालाब का दक्षिणी एरिया - मदरसा रिजविया का एरिया - आगा हुसैन का चौराहा - सदरगली का एरिया - नूर गुलाबी बाग का एरिया - किला रोड का भीतरी हिस्सा - नीम की भट्टी का एरिया - नवाब बहादुर रोड का पश्चिमी एरिया - दादर मंडी सराय का एरिया सैदपुर नाले के दोनों तरफ जलजमाव होने से कोई नहीं बचा सकता है। निगम की लापरवाही से इस साल भी हालत बदतर होने वाली है। सफाई व उड़ाही सही तरीके से नहीं हुई है। - नियाज, वार्ड काउंसलर