अभय का कहना है कि वह शाय नेचर के हैं. उन्हें हर दूसरे दिन होने वाली गैदरिंग्स और पार्टीज अटेंड करना पसंद नहीं है. लेकिन ऐसा भी नहीं कि वो पार्टीज में इन्‍ज्‍वॉय नहीं करते. हाल ही में हुई रांझणा की सक्‍सेस पार्टी में उन्‍होंने खूब मस्‍ती की और लीड एक्‍ट्रेस सोनम कपूर को गले लगा कर किस भी किया.

एक्टर अभय देओल अपने अच्छे सेंस ऑफ ह्यूमर के लिए जाने जाते हैं पर बात जब ज्यादा पैसे चार्ज करने की हुई तो सीरियस होते हुए उनका कहना था, ‘लाइफ में पैसा बहुत जरूरी है. हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जब महंगाई काफी बढ़ गई है, है कि नहीं? मैं भी एक डीसेंट लाइफस्टाइल जीना चाहता हूं पर ऐसा भी नहीं है कि मैं सिर्फ पैसों के लिए काम करता हूं.’ कुछ इसी अंदाज में इस इंटैलिजेंट और हाजिर जवाब एक्टर ने अपनी बातें जारी रखीं...
Story is the priority  
मैं अपने करियर में कभी बैनर्स के पीछे नहीं भागा हूं और ना बिग बजट मूवीज के जाल में खुद को फंसाना चाहता हूं. मूवी की स्क्रिप्ट ही मेरे लिए सबसे जरूरी फैक्टर रहता है. जाहिर है कि अगर उसे किसी बड़े बैनर का साथ मिलता है तो यह और भी अच्छा रहेगा. स्क्रिप्ट के बाद जो सबसे जरूरी फैक्टर होता है वह है मूवी का डायरेक्टर. ना सिर्फ मेरे रोल को लेकर बल्कि पूरी फिल्म को लेकर उसका विजन मुझे समझ में आना चाहिए. आप रांझणा को ही लें, मेरे कैरेक्टर ने भले ही स्क्रीन पर ज्यादा टाइम ना बिताया हो पर वह सेंट्रल कैरेक्टर जरूर साबित हुआ. मेरे लिए यही बात मैटर करती है.

Foray into production  
प्रोडक्शन में मेरा इंटरेस्ट इम्तियाज अली के साथ की गई अपनी पहली मूवी सोचा ना था से ही पैदा हो गया था. मैं देव डी के प्रोडक्शन में भी इन्वॉल्व था जिसने मुझे प्रोडक्शन का टेस्ट देने का काम किया. वैसे, मेरे भाई पिछले कई सालों से फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े हैं. किसी प्रोजेक्ट के लिए फाइनेंस कैसे अरेंज करना है इसका मुझे थोड़ा बहुत अंदाजा है. मैंने अपनी पहली प्रोडक्शन की शूटिंग भी पूरी कर ली है और उम्मीद करता हूं कि लोगों को यह पसंद आएगी.
The reclusive actor?  
(हंसते हुए) मैं बहुत मुश्किल से शहर वापस आ सका हूं. शूटिंग और ट्रैवलिंग के चलते मैं ज्यादातर बाहर ही रहता हूं. मेरे फ्रेंड्स जानते हैं कि मैं काफी शाय नेचर का हूं और वे भी मुझे हर दूसरे दिन होने वाली गैदरिंग अटेंड करने के लिए फोर्स नहीं करते हैं. पर मैं पार्टी भी करता हूं. डिफरेंस सिर्फ इतना ही है कि मैं जिन पार्टीज में जाता हूं उनकी पब्लिसिटी नहीं की जाती है.
Under the spotlight
वेल, मैं शुरुआत में मीडिया शाय था. सच तो यह है कि जब मेरे बारे में निगेटिव स्टोरीज लिखी जाती हैं तब भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. हालांकि मैं इंडस्ट्री में पीआर की बढ़ती इम्पॉर्टेंस से अच्छी तरह वाकिफ हूं. अपने शुरुआती दिनों में मुझे इसके बारे में ज्यादा नहीं पता था पर अब मैं जानता हूं कि सही पीआर आपको कई मायनों में हेल्प कर सकता है. मैं कहना चाहूंगा कि एक एक्टर को पीआर की जरूरत नहीं होती है पर एक स्टार के लिए यह बहुत जरूरी होता है. फिलहाल तो मैं जहां हूं उसको लेकर खुश हूं. काम के लिहाज से मैं हर तरह की स्क्रिप्ट पढ़ रहा हूं और यह काफी खुशी की बात है.

Posted By: Kushal Mishra