Lucknow: हमेशा से कुछ हट के करने की चाह रखने वाली सोनम कपूर का कहना है कि वो कभी भी किसी तरह के किरदार में दोबारा आना पसंद नहीं करतीं. हमेशा से ही डीग्लैम रोल्स में नजर आने पर उनका कहना है कि वो कभी भी अपने आप को रिपीट नहीं करना चाहती.

बॉलीवुड की इस मस्सकली को हमेशा कुछ नया करने की धुन सवार रहती है। पिछले दिनों अपनी फिल्म को प्रमोट करने सोनम लखनऊ पहुची और आइनेक्स्ट से शेयर कीं दिल की बातें

I want to stay in fans memories  
‘मैं हमेशा से कुछ नया करने की कोशिश करती हूं। शायद इसीलिए आप हमेशा मेरे रोल्स में कुछ नया और हट कर पाएंगे। चाहे वो आयशा हो, दिल्ली 6 हो या फिर रांझणा। मैं अपने हर किरदार के साथ कुछ चेंज चाहती हूं। जो भी रोल करती हूं, मैं चाहती हूं कि लोग उसे वर्षों तक याद रखें। दिल्ली 6 की मस्सकली आज भी लोगों को याद है। शायद अभिषेक बच्चन और अभय देओल को छोड़ कर कोई ऐसा हो जिसके साथ मैंने एक से ज्यादा मूवी की हो। मेरा पहला प्रिफरेंस हमेशा फिल्म की स्टोरी, कैरेक्टर और स्क्रिप्ट के लिए होता है। ये बात मेरे लिए मायने नहीं रखती कि मेरा को स्टार कौन होगा.’

Lucknow’s fabric is best
यूं तो सोनम पहले भी कई बार लखनऊ आ चुकी हैं, लेकिन अपनी मूवी के सिलसिले में ये उनकी पहली विजिट थी। सोनम कहती हैं,‘यूं तो मैं लखनऊ कई बार आयी हूं, लेकिन इससे पहले मैं अपने पर्सनल काम और फैमिली फ्रेंड्स से मिलसे आयी थी। करीब दो साल पहले भी लखनऊ आना हुआ था और उस वक्त मैंने खूब शॉपिंग की थी। शॉपिंग हमेशा मेरे एजेंडे में सबसे ऊपर रहती है। मैं इंडियन फैब्रिक की बहुत बड़ी फैन हूं और लखनऊ के फैब्रिक और काम का कोई जवाब नहीं है.’
Dad is my best adviser
पिता अनिल कपूर को अपना आइकन मानने वाली सोनम अपने पिता को अपना सलाहकार भी मानती हैं। वो कहती हैं,‘मेरी जो भी फिल्में और उनके रोल्स होते हैं वो मैं अपने डैड के साथ डिस्कस जरूर करती हूं। उनका अनुभव इंडस्ट्री में इतना ज्यादा है कि उनसे अच्छा सलाहकार और कोई हो ही नहीं सकता। वो मुझे एडवाइज जरूर करते हैं, लेकिन लास्ट डिसीजन हमेशा मैं लेती हूं.’

My sister is my style icon  
अपनी फिल्मों में गर्ल नेक्स्ट डोर की भूमिका में नजर आने वालीं सोनम कपूर कई लोगों के लिए स्टाइल आईकॉन भी हैं। इन दो बिल्कुल अलग चीजों को सोनम मैनेज कैसे करती हैं? ‘मैं स्टाइल के बारे में बहुत कांशस हूं। मैं अपनी स्टाइलिंग या तो खुद करती हूं या फिर अपनी बहन की सलाह लेती हूं। लेकिन जब बात मेरे गर्ल नेक्स्ट डोर रोल्स की आती है तो वो हमेशा इसलिए क्योंकि शायद मेरे किरदार हमेशा इस तरह के होते हैं और उनकी डिमांड ही कुछ ऐसी होती है। मेरी पूरी कोशिश रहती है कि मैं अपने किरदार के साथ पूरा जस्टिस करूं।
                                                                                           In conversation with Qazi Faraz

                                                                                                 Pic: Ashish Pandey

Posted By: Inextlive