भारत रत्न पाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आम आदमी के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए मैं जीवन के तमाम क्षेत्रों में भारत के लिए बैटिंग करता रहूंगा.


उन्होंने कहा, "क्रिकेट छोड़ने के बावजूद मैं भारत के लिए बैटिंग करता रहूंगा और लोगों के चेहरे पर खुशियां लाने का प्रयास करता रहूंगा."उन्होंने कहा, "भारत रत्न पाना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है और इसे पाकर मैं बहुत खुश हूं. मैं इस खूबसूरत देश में पैदा होने पर गर्व करता हूं और सालों से यहां के लोगों से मिलने वाले प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए उनका आभार वयक्त करता हूं."राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में 40 वर्षीय तेंदुलकर और प्रख्यात वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर सीएनआर राव को भारत रत्न से सम्मानित किया गया.समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, केन्द्रीय मंत्रियों, सचिन की पत्नी अंजली और उनकी बेटी सारा मौजूद थीं.पहला खिलाड़ीप्रोफेसर राव को भी युवाओं को वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा देने के लिए बधाई दी.


मास्टर बलास्टर तेंदुलकर जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पिछले साल 16 नवंबर को संन्यास ले लिया था. भारत रत्न पाने वाले पहले खिलाड़ी है.तेंदुलकर ने कहा, मैंने दो महीने पहले जो कहा था वह दोहराना चाहूंगा, यह सम्मान मैं अपनी मां को समर्पित करना चाहूंगा और साथ ही भारत की हर उस मां को समर्पित करना चाहूंगा जिन्होंने अपने बच्चों के सपने पूरे होने की कामना की है.

उन्होंने प्रोफ़ेसर राव को भी युवाओं को वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा देने के लिए बधाई दी.उन्होंने कहा, प्रोफ़ेसर राव को भारत रत्न से सम्मानित होने के लिए बधाई देना चाहूंगा. वह भारत के युवाओं को वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरणादायी है. मैं उनके लिए खुशियों और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.

Posted By: Subhesh Sharma