भारतीय वायुसेना के 15 लड़ाकू विमानों ने आगरा एक्सप्रेस-वे पर आज इतिहास रचा। पिछले 15 दिनों से इन 15 लड़ाकू विमानों के जांबाज पायलट कड़ा अभ्यास कर रहे थे। सड़क पर विमान उतारने का कारनामा भारत पहले भी कर चुका है लेकिन चीन और पाकिस्‍तान तो काफी आगे निकले....आइए जानें कैसे....

आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर उतरे विमान
भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सुपरसोनिक सुखोई एसयू-30, जगुआर और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों का टचडाउन अभ्यास किया। ये विमान जब आगरा एक्सप्रेस-वे पर उतरे तो उनकी गति 260 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। वैसे तो एक्सप्रेस-वे का पांच किलोमीटर का हिस्सा विमानों के टच और उड़ान भरने के लिए लिया गया है, लेकिन केवल तीन किलोमीटर एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल किया गया। तेज गति से विमान तीन सौ मीटर के पैच पर ही उतरे। इस दौरान चार सेकेंड के लिए जमीन को छुआ।

क्यों किया जाता है अभ्यास
ऐसा इस कारण से किया जा रहा है कि अगर जंग के दौरान अगर एयरबेस बर्बाद हो जाता है तो ऐसे राजमार्ग का बखूबी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक्सप्रेस वे इस तरह बनाया गया है कि वह लड़ाकू विमान का दबाव झेल सके।

पाकिस्तान ने 2000 में किया था
सड़क पर लड़ाकू विमान उतारने में पाकिस्तान भी पीछे नहीं है। पाक ने दो बार अपने हाइवे का इस्तेमाल फाइटर जेट को उतारने के लिए किया। पहली बार यह कारनामा साल 2000 में F-7P के साथ किया गया और फिर 2010 में मिराज III को उतारा गया था।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari