राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर के पास NH-925A पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज इमरजेंसी लैंडिंग फैसिलिटी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है अब सड़क पर भी विमान उतरेंगे।


बाड़मेर (एएनआई / आईएएनएस)। राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर के पास गुरुवार को NH-925A पर बनाए गए इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड (ईएलएफ) का उद्घाटन किया गया। इस दौरान भारतीय वायुसेना के C-130J सुपर हरक्युलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ने लैंड किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। खास बात तो यह है कि इस विमान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी सवार हुए थे। रक्षा मंत्री बोले अब देश में सड़क पर भी विमान उतरेंगे


इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है अब सड़क पर भी विमान उतरेंगे। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर से कुछ ही कदम दूर इस प्रकार की इमर्जेंसी लैंडिंग फील्ड का तैयार होना सिद्ध करता है कि भारत अपनी एकता, संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए सदैव तैयार है। भारत के अंदर किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता है। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमने भारतमाला परियोजना के तहत करीब 45 करोड़ की लागत से 3 किलोमीटर लंबी एयरस्ट्रिप तैयार की है। इसकी क्वालिटी बहुत अच्छी है। इसका उपयोग भारतीय वायुसेना की आपातकालीन लैंडिंग के लिए होगा। इन विमानों ने भी की ईएलएफ पर मॉक इमरजेंसी लैंडिंग कीहरक्यूलिस के अलावा सुखोई-30 एमकेआई और एएन 32 भी आपातकालीन लैंडिंग पट्टी पर उतरे। इसके साथ ही जगुआर लड़ाकू विमानों ने लैंडिंग स्ट्रिप पर टच एंड गो का प्रदर्शन किया। सुखोई-30 फाइटर जेट ने भी दोनों मंत्रियों के सामने ईएलएफ पर मॉक इमरजेंसी लैंडिंग की। भारतीय वायुसेना का एएन-32 सैन्य परिवहन विमान और एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर भी आपातकालीन पट्टी पर उतरे। यह पहली बार है कि भारतीय वायु सेना के विमानों की आपातकालीन लैंडिंग के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग का उपयोग किया गया है। देश भर में ऐसी 27 लैंडिंग स्ट्रिप्स बनाने का प्लान तैयार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने NH-925 के सट्टा-गंधव खंड के 3-किलोमीटर एरिया को भारतीय वायुसेना के लिए इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड के रूप में विकसित किया है। यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर स्थित बाड़मेर और जालोर जिलों के गांवों के बीच संपर्क में सुधार करेगी। भारतीय वायु सेना के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देश भर में ऐसी 27 लैंडिंग स्ट्रिप्स बनाने जा रहा है। 2017 में, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग हुई

वहीं इसके पहले अक्टूबर 2017 में, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट और परिवहन योजनाओं ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग की थी ताकि यह दिखाया जा सके कि ऐसे राजमार्गों का उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा आपात स्थिति में लैंडिंग के लिए किया जा सकता है। ईएलएफ का निर्माण 19 महीने में यानी कि जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और इसे जनवरी 2021 में पूरा किया गया था।

Posted By: Shweta Mishra