भारतीय वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बालाकोट स्ट्राइक पर आधारित एक वीडियो प्रस्तुत किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान की तरफ से आतंकी हमला होता है तो बालाकोट की तरह एक और स्ट्राइक किया जाएगा।

नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बालाकोट स्ट्राइक पर आधारित एक वीडियो प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल तैयारियां बहुत जबरदस्त रही हैं और सेना ने पिछले साल कई बड़े ऑपरेशन किए, जिनमें बालाकोट हमला भी शामिल है।  उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी हमेशा किसी चुनौतियों का सामना करने तैयार रहती है।
दोषियों पर हो रही कार्रवाई
भारतीय वायुसेना प्रमुख ने आगे कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले में 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने एक मिग -21 खो दिया, उसके एक एफ -16 को भी हमने मार गिराया।  वहीं, 27 फरवरी की सुबह बडगाम में भारतीय वायुसेना द्वारा अपने एमआई -17 हेलीकॉप्टर को मारे गिराए जाने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारी ओर से एक बड़ी गलती थी, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और भारतीय वायुसेना दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रही है।

#WATCH Indian Air Force showcases the story of the Balakot aerial strikes in a promotional video at the annual Air Force Day press conference by Air Force Chief Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria. pic.twitter.com/GBRWwWe6sJ

— ANI (@ANI) October 4, 2019
राफेल और एस-400 पर भी की बात
इसके अलावा भदौरिया ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राफेल और एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ' यह दोनों भारतीय वायु सेना की क्षमता को और बढ़ाएंगी।' एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने यह भी कहा कि बालाकोट की तरह एक और स्ट्राइक की संभावना है। अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई आतंकी हमला होता है, तो उस पर सरकार के निर्णय के अनुसार प्रतिक्रिया दी जाएगी। जब प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भदौरिया से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अब भी पायलटों के साथ भारत के संचार को जाम करने में सक्षम होगा जैसा कि उसे विंग सीडीआर अभिनंदन वर्धमान के साथ किया था? तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'हमने सुरक्षित रेडियो संचार सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। वे हमारे संचार को अब नहीं सुन पाएंगे।'

 

Posted By: Mukul Kumar