सपा सरकार में हमीरपुर में अंजाम दिए गये खनन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने तत्कालीन डीएम बी चंद्रकला समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद सात शहरों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। वहीं अब CBI पूर्व सीएम अखिलेश पर भी शिकंजा कस सकती है।

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LUCKNOW: सीबीआई इस प्रकरण की जांच पिछले दो साल से कर रही थी जिसमें सामने आया कि बी चंद्रकला ने खनन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ आपराधिक साजिश रचते हुए 50 से ज्यादा खनन के पट्टे नियमों को धता बताते हुए जारी किए। वहीं सपा सरकार में भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर कानूनी शिकंजा कसे जाने के बाद अब सीबीआई का शिकंजा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी कस सकता है। अखिलेश यादव सपा के शुरुआती शासनकाल में खनिकर्म विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। चंद्रकला उस समय हमीरपुर की डीएम थीं। अपनी प्रारंभिक जांच में सीबीआई ने तत्कालीन खनन मंत्री की ओर भी इशारा किया है। इस आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी पूछताछ हो सकती है। वहीं सीबीआई जांच के दायरे में पंचम तल पर तैनात एक आईएएस अधिकारी भी आ सकते हैं जिनके पास खनन विभाग का जिम्मा था।

गायत्री की भी बढ़ेंगी मुश्किलें

बीते दो साल में सीबीआई द्वारा की गयी पड़ताल में तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की भूमिका के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। ध्यान रहे कि गायत्री प्रसाद प्रजापति फिलहाल जेल में हैं। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में उनके नाम का उल्लेख करते हुए लिखा है कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की भूमिका की गहन पड़ताल की जा रही है। ध्यान रहे कि गायत्री प्रसाद प्रजापति को अखिलेश सरकार ने एक बार बर्खास्त भी कर दिया था। बाद में तत्कालीन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद पाकर वह फिर से मंत्री बनने में कामयाब हो गये थे। यह बात दीगर है कि सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद गायत्री को जेल जाना पड़ा था और तब से वह सलाखों के पीछे है।

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Posted By: Shweta Mishra