श्रीलंका के कोलंबो में हुए बम ब्लॉस्ट को आज एक साल पूरा हो गया। इस हमले में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई मगर आईसीसी के एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी स्टीव रिचर्डसन ने कैसे जान बचाई थी। उन्होंने उस वाक्ये से जुड़ी यादों को साझा किया।

नई दिल्ली (पीटीआई)। पिछले साल आज के दिन आईसीसी के एंटी करप्शन काउंसिल ऑफिसर स्टीव रिचर्डसन श्रीलंका के कोलंबो में थे। वैसे तो रोजाना रिचर्डसन नीचे होटल के रेस्टोरेंट में नाश्ता करने जाते थे मगर उस दिन उन्होंने सोचा, क्यों न 9वीं मंजिल के एक्जीक्यूटिव लॉन्ज में ब्रेकफॉस्ट किया जाए। रिचर्डसन का यह डिसीजन उनकी जिंदगी को बचा गया, क्योंकि उसी दिन श्रींलका में तीन होटल और तीन चर्च पर सीरियल बम ब्लॉस्ट हुए थे। रिचर्डसन अपने साथियों के साथ उस वक्त श्रीलंका क्रिेकट में करप्शन की जांच के लिए कोलंबो आए हुए थे।

किस्मत अच्छी थी कि नीचे नहीं उतरे

आईसीसी ऑफिसर स्टीव रिचर्डसन अपनी पूरी टीम के साथ उस होटल में ठहरे थे, जो श्रीलंका में छह जगह हुए बम ब्लॉस्ट में शामिल था। न्यूजीलैंड की एक वेबसाइट को बताते हुए रिचर्डसन कहते हैं, 'हम श्रीलंका में करप्शन की जांच करने गए थे। हम ब्रेकफॉस्ट करने बैठे थे, तभी मैंने अपने साथी से कहा, क्या हम फिर से वहीं नाश्ता करने जा रहे। चूंकि हम एक हफ्ते से वहीं रुके थे इसलिए रोज वहीं नाश्ता करके ऊब चुके थे। ऊपर से रेस्टोरेंट में लंबी लाइन लगती थी, इसलिए हमने अपने रूम के बाहर ही लॉन्ज में ब्रेकफॉस्ट करने कसा निर्णय लिया।'

04/21 🙏#EasterSundayAttacksSL pic.twitter.com/vCj4MPZM2Q

— Sri Lanka Cricket 🇱🇰 (@OfficialSLC) April 21, 2020बिल्डिंग गिरने का था खतरा

रिचर्डसन को क्या पता था कि, उस दिन उनका नीचे न जाने का डिसीजन उनकी जिंदगी बचा देगा। स्टीव नाश्ता लेने के लिए उठे थे और वापस बैठने ही वाले थे कि नीचे बेसमेंट के रेस्टोरेंट में एक तेज धमाका हुआ। यह सुसाइड बॉम्बर था जिसने खुद को उड़ा लिया था। यह विस्फोट इतनी तेज था कि पूरी बिल्डिंग हिल गई। रिचर्डसन कहते हैं, 'मैंने खिड़की से झांककर नीचे देखा तो पूरा धुआं-धुआं फैला था, स्वीमिंग पूल के किनारे स्टॉफ असिस्टेंट धमाके की आवाज से अपने कानों को बंद किए हुए थे। धमाका इतना तेज था कि बिल्डिंग हिलने लगी, उस वक्त मेरे दिमाग में 9/11 हमले की बात घूम रही थी, मैंने सोचा काश बिल्डिंग सही सलामत रहे।'

ऐसे बचाई थी अपनी जान

स्टीव रिचर्डसन ने उस घटना में घायल लोगों को याद करते हुए कहा, 'बम ब्लॉस्ट के बाद होटल स्टॉफ ने पीछे का दरवाजा खोल दिया। बाहर जो भी वाहन दिखा उसे घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मुझे याद है कि, वहां सिर्फ एक एंबुलेंस खड़ी थी बाकी घायलों को घोड़ा गाड़ी और रिक्शे से हॉस्पिटल ले जाया गया। 10 मिनट बाद मैंने अपने दुबई हेड ऑफिस फोन किया, वो भी इस खबर पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने बताया कि सिर्फ होटल नहीं चर्च में भी बम ब्लॉस्ट हुआ है। इसके बाद 20 मिनट के अंदर हम सभी ने अपना सामान बांधा और होटल से निकलकर सीधे एयरपोर्ट पहुंचे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari