कोरोना संकट के बीच गुरुवार को हुई आईसीसी मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए गए। आईसीसी इस संकट को देखते हुए अगले तीन साल तक के शेड्यूल पर फिर से विचार करने जा रहा है। साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के चार महीने तक बढऩे की संभावना है।

दुबई (पीटीआई)। आईसीसी मुख्य कार्यकारी समिति ने गुरुवार को सर्वसम्मति से 2023 तक फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) को फिर से शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। टेली-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित सीईसी की बैठक ने फैसला किया कि जून में होने वाली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) और प्रस्तावित एकदिवसीय लीग पर फैसला बाद में लिया जा सकता है। मगर इतना तय है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जून, 2021 में नहीं होगा। इस टूर्नामेंट के चार महीने बढऩे की संभावना है।

इतनी सीरीज हो चुकी हैं रद

आईसीसी ने एक बयान में कहा, "इस बात पर सहमति थी कि बाधित एफटीपी कार्यक्रम को 2023 के माध्यम से सामूहिक रूप से समीक्षा करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि सीओवीआईडी ​​-19 के कारण अधिकतर क्रिकेट सीरीज स्थगित कर दी गई हैं।" इसमें इंग्लैंड का श्रीलंका दौरा और ऑस्ट्रेलिया का न्यूजीलैंड दौरा शामिल है। इसके अलावा इंग्लिश समर के दौरान पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के दौरे भी संदेह में हैं।

टी-20 वर्ल्डकप के लिए नया प्लॉन

यह भी पता चला कि अक्टूबर और नवंबर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया में टी 20 विश्व कप के लिए आकस्मिक योजना बनाई जा रही है। आईसीसी के मुताबिक, 'पुरुषों के टी 20 विश्व कप 2020 और आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2021 सहित सभी आईसीसी इवेंट के लिए नई योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में शेड्यूल की गई दोनों इवेंट की योजना चल रही है। आकस्मिक योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर, सीईसी के एक सदस्य ने पीटीआई से कहा, "पूरा एफटीपी रि-शेड्यूल के लिए चला गया है। इसलिए, अगले तीन वर्षों के शेष हिस्से को फिर से चालू किया जाएगा। हालांकि ये सभी टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा हैं, लेकिन द्विपक्षीय श्रृंखला दो देशों के बीच एक समझौता है। इसलिए, सभी पुनर्निर्धारित श्रृंखला में समय लगेगा। चूंकि डब्ल्यूटीसी के सभी लीग चरण मार्च 2021 तक पूरे होने थे, यह अभी संभव नहीं है क्योंकि कुछ और टेस्ट श्रृंखला होगी जो बाधित होगी।

अंतिम फैसला लेना बाकी

सीईसी के सदस्य ने कहा कि न्यूजीलैंड बांग्लादेश की यात्रा नहीं कर सकता है। तो डब्ल्यूटीसी शेड्यूल में कम से कम चार महीने का और वक्त लगेगा। हालांकि आईसीसी ने इन सभी मुद्दों को लेकर कोई अफिशल लाइन नहीं दी है। बोर्ड पहले सभी विषयों को गंभीरता से समझेगा, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari