वर्ल्‍ड कप में अजेय रही न्यूजीलैंड को अब एक बड़ी चुनौती का सामना करना है. कीवियों पर सेमीफाइनल में हार का सिलसिला तोड़ने का दबाव होगा. हालांकि यह दबाव और भी बढ़ जाएगा क्‍योंकि उसे एक ऐसी टीम साउथ अफ्रीका से भिडना है जो आज तक कभी इस मुकाम से आगे बढने में सफल नहीं रही. ऐसे में वर्ल्‍ड कप 2015 का पहला सेमीफाइनल दोनों टीमों के लिए काफी महत्‍वपूर्ण है.

कौन मिटाएगा हार के दाग
न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका दोनों के लिए यह मैच किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है. जो भी टीम यह मैच जीतेगी, वह एक नया कीर्तिमान रच डालेगी. मेजबान न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप में रिकार्ड सातवीं बार सेमीफाइनल में पहुंचा है जिसमें कि पिछले 6 अवसरों पर उसे हार का सामना करना पडा था. ऐसे में कीवी टीम इस हार के दाग को जरूर धोना चाहेगी. वहीं दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका है जो 'चोकर्स' का दाग साफ करने के लिये भिड़ने को तैयार है. साउथ अफ्रीका ने चौथी बार सेमीफाइनल में कदम रखा है. इससे पहले तीन अवसरों पर वह फाइनल में पहुंचने में असफल रहा था. इसलिए इस बार इतना तय है कि इनमें से कोई एक टीम सेमीफाइनल का मिथक तोडने में सफल रहेगी और पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल खेलेगी. फिलहाल वर्ल्ड कप रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो इनके बीच 6 मुकाबले हो चुके हैं जिसमें कि 4 मैच न्यूजीलैंड ने जीते, वहीं 2 बार साउथ अफ्रीका ने बाजी मारी. इसके अलावा जीत प्रतिशत का अनुमान लगाएं तो कीवियों के फेवर में यह मैच 60 परसेंट जाता है जबकि प्रोटीज की 65 परसेंट जीतने की उम्मीद है. 


डिविलियर्स पर टिका है पूरा मैच
साउथ अफ्रीका के लिए यह मैच जीतकर खुद को बेहतर साबित करने का अच्छा मौका है. इस टीम की जीत की कमान डिविलियर्स को संभालनी होगी और उन्हें लंबी पारी खेलनी होगा. डिविलियर्स ऐसे प्लेयर्स हैं, जो किसी भी परिस्थिति में बड़ा स्कोर बना सकते हैं और चेज भी कर सकते हैं. वेस्टइंडीज के अगेंस्ट उनकी तेजतर्रार पारी का नमूना हम सभी देख चुके हैं. अब ऐसे में वह क्रीज पर जम गये तो, मैच अकेले दम पर जीता सकते हैं. इसके अलावा हाशिम अमला भी इस टूर्नामेंट में अपने करियर की बेस्ट पारी खेलकर अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं. वहीं फाफ-डु-प्लेसिस, जेपी डुमिनि और डेविड मिलर जैसे बिग हिटर किसी भी बॉलर्स की लाइन लेंथ बिगाड़ने में माहिर हैं. हालांकि प्रोटीज के लिए डेल स्टेन की फॉर्म थोड़ी चिंता का विषय है. स्टेन को खुद पर भरोसा रखना होगा. साउथ अफ्रीका के सबसे बेहतरीन बॉलर्स में शुमार डेल स्टेन कीवियों के खिलाफ काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं. साथ ही वेन पर्नेल और वर्नोन फिलेंडर भी घातक हो सकते हैं. प्रोटीज को अपना बॉलिंग अटैक मजबूत रखना होगा ताकि वर्ल्ड कप में पहली बार फाइनल में पहुंचने का मौका मिले.


होम ग्राउंड पर काफी खतरनाक हैं कीवीज
न्यूजीलैंड के लिए इस मैच में प्लस प्वॉइंट है, उसका होम ग्राउंउ. यह सेमीफाइनल इडेन पार्क (आकलैंड) में खेला जाएगा. अब ऐसे में कीवियों को उनके घर में हराना किसी भी टीम के लिए आसान काम नहीं है. ग्रुप स्टेज में अजेय रही न्यूजीलैंड की टीम यह मैच जीतकर अपने सफर को आगे बढ़ाना चाहेगी. फिलहाल न्यूजीलैंड का पलड़ा थोड़ा भारी दिखता है. टीम के बल्लेबाजों पूरी तरह से लय में दिख रहे हैं वहीं बॉलर्स अपने विरोधियों को घुटने टेकने पर मजबूर करने में माहिर हैं. वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में फिसड्डी टीम मानी जाने वाली न्यूजीलैंड ने इस बार अपना जीत का अभियान इस तरह शुरु किया कि कोई भी टीम कीवियों को मात नहीं दे सकी. ऐसे में जब प्रोटीज से आमना-सामना होगा, तो न्यूजीलैंड यह मैच जीतने में कोई कोताही नहीं बरतेगी. टीम के ओपनर बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने दोहरा शतक जड़कर विरोधियों को दहशत में डाल दिया है. वहीं केन विलियमसन और रॉस टेलर अपनी दमदार बैटिंग से किसी को भी पस्त कर सकते हैं. इसके अलावा कैप्टन ब्रैंडन मैकुलम भी अपनी धुंआधार पारी खेलकर विरोधियों की हालत पतली कर सकते हैं. इसके अलावा बॉलिंग अटैक पर नजर डालें, तो ट्रेंट बोल्ट काफी घातक साबित हो सकते हैं, वहीं टिम साउदी और डेनियल विटोरी कभी भी मैच पलटने की क्षमता रखते हैं.


Head to Head
Matches played : 65
Won by New Zealand : 20
Won by South Africa : 36
Tie / NR / Abandon : 9 


Report By : Abhishek Tiwari
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Hindi News from Cricket News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari