आईसीसी वुमेन क्रिकेट वर्ल्‍ड कप में शनिवार को इंडिया की जीत का सफर थम गया। साउथ अफ्रीका ने लगभग एकतरफा मुकाबले में इंडिया को 115 रनों के भारी अंतर से शिकस्त दी। साउथ अफ्रीका की इस जीत में बल्लेबाज लीजेले ली 92 रन की बल्लेबाजी और कप्तान डेन वान निएकेर्क 57 रन और 4 विकेट के आलराउंड खेल का अहम योगदान रहा।

दीप्ति-झूलन ने रखी इज्जत
टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने इंडिया के खिलाफ 50 ओवर्स में 9 विकेट पर 273 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंडियन पारी बुरी तरह लडख़ड़ाई और 46 ओवर्स में 158 रन पर ढेर हो गई। इस हार के साथ इंडिया का लगातार पांचवें मैच में जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना भी चकनाचूर हो गया। 275 रनों का टारगेट चेज करने उतरी इंडियन टीम को स्मृति मंधाना (4) के रूप में पहला झटका दूसरे ओवर में ही लग गया। स्मृति को कैप ने पवेलियन भेजा। इसके बाद पूनम राउत (22) और दीप्ति शर्मा (60) ने टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन खाका ने पूनम को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ दिया।
खाता भी नहीं खोलने दिया
मिताली राज और हरमनप्रीत को कप्तान निएकेर्क ने खाता भी नहीं खोलने दिया, जबकि वेदा कृष्णमूर्ति (03), शिखा पांडे (0) और सुषमा वर्मा (01) भी सस्ते में आउट हुईं। मात्र 65 रन पर 7 विकेट गंवाने के बाद लग रहा था कि टीम 100 के अंदर ही सिमट जाएगी। हालांकि दीप्ति शर्मा ने झूलन गोस्वामी (नॉटआउट 43) के साथ आठवें विकेट के लिए 53 रन जोड़कर टीम को 100 के पार पहुंचाया। 111 गेंद पर 5 चौके लगाकर दीप्ति निएकेर्क का शिकार बनीं। इसके बाद झूलन और एकता विष्ट (13) टीम को 150 के पार ले गईं। साउथ अफ्रीका के लिए कप्तान निएकेर्क ने सबसे ज्यादा 4 विकेट चटकाए, जबकि खाका ने 2 विकेट झटके।

मिताली का गलत फैसला
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला करने वाली इंडियन कैप्टन मिताली राज को शिखा पांडे ने दूसरे ओवर में ही विकेट दिलाकर अपने फैसले पर गर्व करने का मौका दिया। शिखा ने लॉरा वोल्वार्डट (1) को बोल्ड कर इंडिया को पहली सफलता दिलाई, लेकिन इसके बाद ली और तृषा चेट्टी (24) ने दूसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया। पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाली एकता बिष्ट ने चेट्टी को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। ली को 132 के कुल स्कोर पर हरमनप्रीत कौर ने आउट किया। 65 गेंदों में 10 चौके और सात छक्कों की मदद से तूफानी पारी खेलने वाली ली 21वें ओवर की चौथी गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दी गईं।
डेन की कप्तानी पारी
ली के जाने के बाद मिग्नोन डु प्रीज (22) और मारिजाने कैप (29) भी जल्दी ही पवेलियन लौट गईं, जिससे साउथ अफ्रीकी टीम संकट में नजर आने लगी, लेकिन कप्तान डेन वान निएकेर्क ने जिम्मेदारी भरी पारी खेली और एक छोर पर खड़ी रहीं। अंत में उन्होंने सुने लुस (16), चोले ट्रायोन (24) के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां कर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। 49वें ओवर की चौथी गेंद पर शिखा ने उन्हें पवेलियन लौटाया। उन्होंने अपनी पारी में 66 गेंदें खेलीं और सात चौके के अलावा एक छक्का भी लगाया। इंडिया के लिए शिखा ने तीन विकेट लिए। एकता और हरमनप्रीत को दो-दो सफलताएं मिलीं। पूनम यादव और झूलन गोस्वामी के हिस्से एक-एक विकेट आया।


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Posted By: Shweta Mishra