-मेरठ, कानुपर, अलीगढ़ और मुरादाबाद के 6 बदमाशों ने की थी वारदात

-बाइक से आए, होटल में रुके और फिर कानपुर में जाकर किया बंटवारा

BAREILLY: आईसीआईसीआई बैंक की सिविल लाइंस ब्रांच से 20 लाख की चोरी का क्राइम ब्रांच ने दो महीने में खुलासा कर दिया है। चोरी की वारदात को मेरठ, कानपुर, अलीगढ़ और मुरादाबाद के रहने वाले भातु और हबूड़े के इंटर स्टेट गैंग के 6 बदमाशों ने अंजाम दिया था। वारदात को अंजाम देने सभी बाइक से आए थे और फिर बाइक से ही कानपुर गए थे। पुलिस ने कानपुर निवासी गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर डेढ़ लाख रुपए नकद, चोरी के माल से खरीदी पल्सर बाइक और 4 मोबाइल बरामद किए हैं। गैंग लीडर समेत बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। एक बदमाश मुरादाबाद जीआरपी के केस में कोर्ट में सरेंडर कर जेल जा चुका है।

एक दिन पहले आ गए थे बरेली

एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय ने पुलिस लाइंस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 19 जुलाई 2018 को आईसीआईसीआई बैंक में हुई वारदात में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह बैंक के आसपास स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देते हैं। वह यूपी, एमपी व राजस्थान के किसी भी शहर में जाकर वारदात करते हैं और फिर फरार हो जाते हैं। वह पहले कानपुर में एक साथ मिले थे और फिर एक दिन पहले बरेली में वारदात करने आए थे। दो लोग पहले होटल में आकर रुके थे और बाकी लोग किसी गांव में रिश्तेदारी में रुके थे।

इन बदमाशों ने की थी वारदात

पुलिस ने गांधी नगर शुक्ला मऊ, गंगाघाट उन्नाव हाल निवासी पटेल चौक, सिकंदरा, कानपुर देहात निवासी अजय उर्फ नरेश पुत्र कल्लू सिंह और राजकीय उन्नयन बस्ती, बिठूर रोड, कल्याणपुर कानपुर नगर निवासी रोहित उर्फ दीपेंद्र उर्फ चिंकी पुत्र चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया है। रोहित हबूड़ा और नरेश ठाकुर बिरादरी का है। नरेश की पत्‍‌नी हबूड़ा बिरादरी की है। वहीं इनका मास्टरमाइंड हबूड़ा बिरादरी का कल्यानपुर निवासी मोहन है। वह वर्तमान में मेरठ में रह रहा है। इसके अलावा भातु बिरादरी का मुरादाबाद निवासी मनीश, गोपालपुर सिंकदरा, कानपुर निवासी अमित, अतराबाद अलीगढ़ निवासी सागर भी हैं। सागर, गिरफ्त में आए नरेश का साला है। मनीश कुछ दिनों पहले मुरादाबाद जीआरपी से वारंट में कोर्ट में सरेंडर कर जेल चला गया है। अब मोहन, अमित और सागर फरार चल रहे हैं।

अचानक बनाया था प्लान

बदमाशों ने बताया कि सबसे पहले बैंक के अंदर मोहन एंटर हुआ था। वह किसी कस्टमर को टारगेट करते लेकिन तभी उसकी नजर बैंक में रुपए जमा करने आए कस्टोडियन अजीत पर पड़ गई। अजीत को सभी आकर रुपए देकर जा रहे थे और वह काउंटर पर जाकर खड़ा हो जाता था। जिसके बाद उन्होंने प्लान के तहत उसे टारगेट किया और फिर अमित और नरेश को भी अंदर बुला लिया। उसके बाद वह अजीत के आसपास काउंटर पर खड़े हो गए और नरेश मौका पाकर बैग लेकर फरार हो गया था। रोहित, मनीश और सागर बैंक के बाहर तीन बाइक लेकर खड़े थे और फिर तीनों अलग-अलग बाइक पर सवार होकर फरार हो गए थे।

लूटपाट के लिए खरीदी बाइक

पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि सभी बाइक से कानपुर गए और वहां सभी ने अपना-अपना हिस्सा बांट लिया था। सभी ने अपने-अपने हिस्से से रुपए इकट्ठा करके अमित के नाम से अलीगढ़ में पल्सर 220 सीसी की बाइक खरीदी थी। इस बाइक से आगे लूट की वारदातों को अंजाम देने के लिए खरीदा था। सभी अपने पास पल्सर बाइक ही रखते थे। ताकि भागने में दिक्कत न हो। नरेश ने बताया कि उसने दो लाख रुपए अपनी बेटी हिमांशी के अकाउंट में जमा कर दिए थे। वहीं रोहित ने पत्‍‌नी की बीमारी और उधार चुकाने में रुपए खर्च कर दिए थे।

फर्जी आईडी भी रखते थे साथ

पुलिस ने जब नरेश और रोहित की जांच की तो उनके पास से फर्जी आईडी भी मिली हैं। नरेश के पास से उसकी गर्लफ्रेंड अंजू का आधार कार्ड मिला है, जिसमें वह अंजू का पति बना है। इसी तरह से रोहित के पास से अमित की फर्जी आईडी मिली है। स्टेशन रोड स्थित होटल में नरेश और अमित रुके थे। वारदात को अंजाम देने के बाद अमित होटल में गया था और फिर वहां से चेकआउट करके निकल गया था।

पाकिस्तानी करेंसी बताकर भी की थी लूट

उन्होंने ने ही 29 मार्च को प्रेमनगर में शाहबाद प्रेमनगर निवासी बुजुर्ग भूपेंद्र से पुलिस चेकिंग के नाम पर 60 हजार रुपए लूटे थे। उस वारदात में अजय उर्फ नरेश और मोहन, मनीश और सागर शामिल थे। उन्होंने पाकिस्तानी करेंसी बताकर बुजुर्ग को डराया था। पुलिस ने इस वारदात का भी खुलासा कर दिया है। इन सभी बदमाशों पर मेरठ, कानपुर, व अन्य जिलों में मुकदमें दर्ज हैं। मोहन और रोहित पुलिस मुठभेड़ में मेरठ जेल में बंद हो चुके हैं। इसी गैंग के सदस्य ने मिनी बाईपास पर बीसलपुर की महिला से साढ़े 4 लाख रुपए लूटे थे।

Posted By: Inextlive