- जईई मेन के रिजल्ट में छाए राजधानी के होनहार

LUCKNOW: जेईई मेन के रिजल्ट में एक बार फिर राजधानी के होनहार छाए रहे। देश भर के आईआईटी के साथ ही प्रतिष्ठित इंजीनिय¨रग इंस्टीट्यूशंस में एडमीशन के लिए जईई मेन का रिजल्ट घोषित कर दिया गया। जेईई मेन 2020 में आर्यन कुमार ने 99.92 परसेंटाइल हासिल किए। वहीं राजधानी के श्रीजय सिंह गोसाई ने 99.89 परसेंटाइल, अमृतेश शर्मा ने 99.87, अमित कुमार पाल ने 99.86, श्रेयांस सिंह ने 99.85, शाश्वत गुप्ता ने 99.85, आयुष कुमार द्विवेदी ने 99.85 परसेंटाइल हासिल कर राजधानी का नाम रोशन किया। इनमें से कोई आईएएस बनना चाहता है तो कोई इंजीनियरिंग की फील्ड में नाम कमाना चाहता है।

बोले होनहार

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सेक्टर में जाना है

तैयारी के लिए हर विषय पर कमांड होनी चाहिए। पिछले पेपर हल करने से तैयारी बेहतर होती है। रोजाना चार से पांच घंटे की पढ़ाई करना अनिवार्य है। मेरी प्राथमिकता आईआईटी बांबे से सीएस करना है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सेक्टर में करियर बनाने की तैयारी है। मेरे पिता विनय कृष्ण पांडेय रेलवे में उपमुख्य अभियंता उत्तर रेलवे के पद पर हैं और मां रीना पांडेय टीचर हैं।

आदित्य पांडेय, 99.936 परसेंटाइल,

विपुल खंड, गोमती नगर

फोकस स्टडी जरूरी है

फोकस्ड स्टडी जरूरी है, साथ ही नियमित रिवीजन करें। एग्जाम की तैयारी के लिए सात घंटे की स्टडी अनिवार्य है। आईआईटी बाम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने की तैयारी है। मेरे पिता मनोज श्रीवास्तव सिविल इंजीनियर और मां सुमन गृहणी हैं।

आर्यन, 99.92 परसेंटाइल

आशियाना, एलडीए कॉलोनी

नहीं रखा स्मार्ट फोन

न फेसबुक एकाउंट ना व्हाट्सएप। इनसे बचने के लिए मैंने स्मार्टफोन ही नहीं यूज किया। जेईई की तैयारी के लिए एकाग्रता जरूरी है। आईआईटी दिल्ली से सीएस में इंजीनिय¨रग करना चाहता हूं। मेरेपिता शिवदयाल सिंह और मां हेमलता सिंह एसजीपीजीआई में असिस्टेंट नर्सिग सुप्रिंटेंडेंट हैं।

श्रीजय सिंह गोसाई, 99.89 परसेंटाइल

आईएएस बनने का है सपना

मैं अपने मामा की तरह आईएएस बनना चाहता हूं। जेईई मेंस क्रैक करने के लिए टाइमटेबल बनाकर पढ़ाई की। एग्जाम के समय धैर्य ना खोएं। मेरे पिता सुधीर कुमार केन डेवलपमेंट अधिकारी और मां गृहणी हैं।

श्रेयांस सिंह, 99.85 परसेंटाइल

बस चार घंटे डेली की पढ़ाई

एग्जाम कोई भी हो नियमित पढ़ाई जरूरी है। इस एग्जाम को क्रैक करने के लिए रोजाना चार घंटे पढ़ाई की। बस यह ध्यान रहे जितनी देर पढ़ाई करें उस पर पूरा फोकस रखें। मैं आईआईटी कानपुर से सीएस करना चाहता हूं। मेरे पिता मनोज कुमार पंडित पेंट ठेकेदार और मां सुनीता गृहणी हैं।

अमित कुमार, 99.79 परसेंटाइल

चिनहट

बेटी पूरा करेगी पिता का ख्वाब

जईई मेन क्वालीफाई करने के लिए हार्डवर्क से ज्यादा स्मार्टवर्क जरूरी है। मैं साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हूं। मेरे पापा का ख्वाब सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना था लेकिन वह इसे पूरा न कर सके। उनकी यह इच्छा मैं पूरा करूंगी। मेरे पिता विजय कुमार त्रिपाठी हाईकोर्ट में अधिवक्ता और मां सुमन त्रिपाठी गृहणी हैं।

अनुभा त्रिपाठी, 99.54 परसेंटाइल

रिजल्ट की चिंता न करें

परीक्षा से पहले परिणाम की चिंता न करें। इससे आप टेंशन में नहीं रहेंगे। जैसे सामान्य दिनों में पढ़ाई करते हैं वैसे ही पढ़ाई करे। जितना पढ़ें वह फोकस करें। रिवीजन बहुत जरूरी है। पढ़ाई के घंटे निर्धारित करें। लगातार ना पढ़ें थोड़ी देर का ब्रेक जरूरी है। मेरे पिता शंकर पुरवार व्यवसायी और मां मोहिनी पुरवार गृहणी हैं।

सुरभि पुरवार, 99.17 परसेंटाइल

Posted By: Inextlive